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फरीदाबाद के पूर्व और मौजूदा विधायक के बीच टोल को लेकर हुआ विवाद,मुख्यमंत्री से मिलकर उठाएंगे क्षेत्र के लोगो की आवाज


पृथला-गदपुरी टोल प्लाजा को लेकर पृथला क्षेत्र के पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा और मौजूदा विधायक नयनपाल रावत अब आमने-सामने हो गए है। पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा कि उक्त टोल को न लगाने के लिए उन्होंने विधानसभा में 2017 में प्रश्र उठाया था, लेकिन मौजूदा विधायक इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है, इससे साबित होता है कि उन्हें क्षेत्र की जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। मंगलवार को सीकरी स्थित अपने कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने मौजूदा विधायक नयनपाल रावत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने तो अपने विधायक कार्यकाल में कोई मलाई नहीं खाई लेकिन विधायक रावत ने ढाई साल में क्षेत्र का विकास तो नही किया, लेकिन सेक्टर-15 में तीन-तीन कोठियां बनाकर अपना विकास जरूर कर लिया।

उन्होंने कहा कि ढोल बजाने या साईकिल चलाने से विकास नहीं होता, बल्कि वह सरकार में भागेदार बने हुए है तो जनप्रतिनिधि का दायित्व निभाते हुए क्षेत्र का विकास करवाएं, लेकिन विधायक महोदय इस मामले में पूरी तरह से फेल साबित हुए है। पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने वर्ष 2011-12 में उक्त टोल को बनाने की शुरूआत हुई थी और 2017 आखिरी तक इसे बनना था, उस समय उन्होंने विधानसभा में प्रश्र (1721 नंबर) उठाया था कि जब तक सीकरी व बाघौला पुल का कार्य पूरा न हो जाए तब तक टोल नहीं लगना चाहिए और अगर लगे भी तो पृथला क्षेत्र के लोगों को इससे राहत मिलनी चाहिए।

शर्मा ने कहा कि केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी पहले ही कह चुके है कि एनएचआई पर 60 किलोमीटर से पहले कोई टोल नहीं लगेगा, ऐसे में बदरपुर से उक्त टोल की दूरी मात्र 22 किलोमीटर है इसलिए यहां टोल लगाना नियमानुसार पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि पृथला क्षेत्र में फरीदाबाद और पलवल का 60-40 का रेशों है, क्षेत्र के लोग, उद्योगपति व नौकरीपेशा लोग ऐसे है, जिन्हें अपने कामों के लिए दिन में तीन-चार बार पलवल व पलवल से फरीदाबाद आना पड़ता है, ऐसे में उन्हें दो-दो बार टोल भरना होगा, जिससे उनकी जेबों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा ने मौजूदा विधायक नयनपाल की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि भिडूकी उनका पैतृक गांव है, जबकि सेक्टर-37 में वह रहते है और अपने विधायक काल में उन्होंने यहां कोई अनुचित कार्य नहीं करवाया, लेकिन विधायक यह बताए कि ढाई साल में उन्होंने क्षेत्र में क्या विकास करवाया है, कोरोना काल का रोना रोने वाले विधायक यह बताए कि क्या कोरोना सिर्फ पृथला क्षेत्र के लिए ही था, ओल्ड फरीदाबाद, बडखल, एनआईटी, बल्लभगढ़ व तिगांव इन विधानसभाओं में करोड़ो के विकास कार्य इस दौरान हुए। पूर्व विधायक ने कहा कि 2021 में भी वह इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे और अब पुन: मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर उनसे अनुरोध करेंगे कि पृथला क्षेत्र के लोगों को इस टोल के दायरे से मुक्त रखा जाए और विधायक नयनपाल रावत को भी जनप्रतिनिधि होने के नाते इस मुद्दे को सरकार के समक्ष उठाते हुए क्षेत्र के लोगों को इस टोल से राहत दिलवानी चाहिए।



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