फरीदाबाद में वर्षा के कारण लगातार जलभराव देखा जा रहा है, इसके अलावा नालियों का कीचड भी बरसात के समय गलियों में भरा रहता है जिससे लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें पंचायत न होने के कारण गांव के सफाई कर्मचारी न तो नालियों की सफाई करते हैं और न ही कचरा उठा रहे हैं। नालियों में कीचड़ भरी होने के कारण गलियों में जलभराव हो गया है।
इतना ही नहीं ये सरकार से मुफ्त में वेतन लेते हैं और उद्योगों में काम करते हैं। गांव सागरपुर की सफाई करने के लिए सरकार की तरफ से दो कर्मचारी लगाए हुए हैं।
इन कर्मचारियों को पंचायत विभाग की तरफ से हर महीने 10-10 हजार रुपये वेतन के रूप में दिए जाते हैं। ये दोनों सफाई कर्मचारी पूरे गांव में कहीं पर कोई सफाई नहीं करते हैं।
गांव की नाली कचरा और कीचड़ से पूरी तरह भरी हो हुई हैं। नालियों का पानी गलियों में हो खड़ा हुआ है। गलियों में जलभराव होने से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है।
ग्रामीण यदि सफाई करने के लिए कर्मचारियों से कहते हैं, तो ये टालमटोल करके चले जाते हैं। कई बार झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं।