फरीदाबाद में सांप का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले में कई लोगों की सांप के काटने से मृत्यु भी हो गई है जानकारी के लिए बता दें कि 21 सितंबर तक लगभग 48 लोगों की जान सांप के डसने से गई है।
इसके अलावा 8171 मामले दर्द भी किए गए हैं। इससे पहले सेक्टर 12 में कुछ दिन पहले ही दो कोबरा सांप पकड़े गए इसके अलावा गाजीपुर में सांप काटने से एक व्यक्ति की मौत की हो गई।
सांप काटने से मरने वाले व्यक्ति के बारे में बीके अस्पताल के सामान्य रोग के एक विशेषज्ञ डॉक्टर ने बताया कि इसका सबसे बड़ा कारण लोगों में अंधविश्वास का है।
दरअसल जब लोगों को सांप डस लेता है तो उसे डॉक्टर के पास लाने की बजाय झाड़-फूंक का रास्ता अपनाया जाता है जिससे काफी विलंब हो जाता है और जिस व्यक्ति को सांप ने डंसा है उसकी मृत्यु भी हो जाती है।
डॉक्टर ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सांप काट ले तो उसे झाड़-फूंक की बजाय सीधे अस्पताल लाया जाए क्योंकि अब डॉक्टरों ने ऐसे उपचार ढूंढ लिए हैं जिससे जहरीले जहरीले सांप का भी जहर उतारने के लिए मात्र एक इंजेक्शन ही काफी होता है।
कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि सांप के काटने के बाद व्यक्ति बहुत ज्यादा घबराने लगता है और सांस जोर से लेने लगता है जिसके कारण व्यक्ति की मांसपेशियों में कैल्शियम कम होने लगते हैं।
और इसी वजह से पैरालिसिस होने का खतरा हो जाता है। घबराहट के कारण व्यक्ति का ह्रदय पर प्रभाव पड़ने लगता है जिसके कारण व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।
यदि किसी भी व्यक्ति को सांप काट ले तो सबसे पहले जिस स्थान पर सांप ने काटा है उस स्थान को कसकर बांध देना चाहिए जिससे खून की आपूर्ति बाधित हो सके। इससे खून का संचार बंद हो जाता है और जो प्रभावित अंग होता है उसे काट कर अलग किया जा सकता है।