राजस्थान का सियासी घटनाक्रम काफी तेजी से बदल रहा है रेगिस्तान की गर्म धरती से ज्यादा इस समय राजस्थान की राजनीति गर्मा रही हैं इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का राजस्थान की सियासी हलचल के बीच एक बड़ा बयान सामने आया है।
सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि राजस्थान के बागी हुए विधायक, मानेसर के एक होटल में रुके हुए थे। इन निजी होटल में कोई भी रह सकता है एवं यह होटल सभी के लिए हैं। यह सब खट्टर ने अपने बयान में कहा। उनका साफ तौर पर कहा है कि इसमें हरियाणा सरकार का कोई रोल नही हैं
दरअसल कोंग्रेस ने सचिन पायलट को मंगलवार के दिन मंत्री पद के साथ-साथ पीसीसी चीफ के पद से भी हटा दिया गया था। इसके अलावा दो अन्य मंत्री जो पायलट के साथ उनके समर्थक थे उनको भी पदों से हटा दिया गया है।
मंगलवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से बर्खास्त किया था। अब शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को सचिन पायलट की जगह राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का नया अध्यक्ष बनाया गया है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा वापिस लौट आने की अपील
राजस्थान में हो रहे सियासी संकट और सचिन पायलट के बीजेपी में न जाने की घोषणा करने के बाद कांग्रेस पार्टी द्वारा उनसे वापिस लौट आने की अपील की है। आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार को गिराने की उनकी यह असफल कोशिश है
भाजपा ने गहलोत सरकार के आगे अपने घुटने टेके दिए है उसे राजस्थान की सरकार के आगे भाजपा की एक नही चली । इसी क्रम में सुरजेवाला का कहना है कि मीडिया के द्वारा हमें पता चला है कि सचिन पायलट बीजेपी में नहीं जाना चाहते हैं। अगर यह सब सच है तो हमारा आग्रह है कि हरियाणा की बीजेपी सरकार की मेजबानी अस्वीकार कीजिए और अपने घर जयपुर लौट आइए
वही पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट पर सीएम अशोक गहलोत ने जमकर हमला बोला। सीएम गहलोत ने कहा कि राजनीति में लड़ाई विचारधारा की लड़ाई होती है। लेकिन विपक्ष के साथ मिलकर हॉर्स ट्रेडिंग की जा रही थी। लोगों को रात के 2 बजे रवाना किया जा रहा था। यह सब डील हमारे पीसीसी चीफ द्वारा की गई।
गहलोत का कहना है कि पेट में खाने के लिए सोने की छुरी नहीं होती। सचिन पायलट के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गहलोत का कहना था कि केवल अच्छी अंग्रेजी बोलने से कुछ नहीं होता। यह मायने रखता हैं कि आपका व्यक्तित्व कैसा है। हमारे पास इसके प्रूफ हैं। इसके रिकॉर्ड भी है कितनी किस्त में किन-किन को पैसा जाना था।