हरियाणा राज्य के अन्तर्गत आने वाले कुछेक जिलों में अधिकांश बढ़ते कोरोना वायरस के मामले देखते हुए फरीदाबाद के सेक्टर -12 डीसी के कार्यालय में वीरवार को एक कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई की समीक्षा के लिए मीटिंग आयोजित की गई।
जिसमें हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में 3 जिलों फरीदाबाद, पलवल और रेवाड़ी में लगातार वृद्धि होती मरीजों की कतार के बाबत चर्चा हुई।
इस मौके राजीव अरोड़ा ने अधिकारियों को सक्रिय रहने और अधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि 50 से अधिक सकारात्मक मामलों वाली 20 कॉलोनियों में एक सर्वेक्षण किया जाए। नमूने को मजबूत किया जाएगा और यह आधार आधारित होगा ताकि अधिक छूटे हुए मामले न हों। सिविल अस्पताल में उपलब्ध वेंटिलेटर को जल्द से जल्द कार्यात्मक बनाया जाएगा।
आरटीसीपीआर प्रयोगशाला जल्द ही सिविल अस्पताल, फरीदाबाद के परिसर में कार्यात्मक बनाया जाएगा। जिला पलवल के मॉडल के अनुसार आरोग्य सेतु के लिए शिक्षकों का उपयोग किया जाएगा। दिशानिर्देशों का अनुपालन नहीं करने वाले प्रयोगशालाओं के बारे में पुलिस अधिकारियों को सूचित किया जाएगा।
मीडिया बुलेटिन दैनिक और निश्चित समय पर होना चाहिए। इसके अलावा मामलों की लाइन सूची उचित होनी चाहिए, ताकि चिकित्सा अधिकारी उन मामलों को स्थानांतरित कर सकें जो उनके क्षेत्रों से संबंधित नहीं हैं।
चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस अधिकारी, एमसीएफ जैसे सभी महत्वपूर्ण कर्मियों का एक डिस्प्ले बोर्ड प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें डीसीसीसी, डीसीएचसी और डीसीएच जैसे निकटतम इनडोर सुविधा का विवरण स्पष्ट रूप से संपर्क विवरण के साथ उल्लेख किया जाना चाहिए।
जिले में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं नमूना संग्रह केंद्रों पर काम करेंगी। होम आइसोलेशन पर रखने वाले लोगों को किट दी जाएगी। विट ए, डी, सी, पेरासिटामोल और अन्य बुनियादी दवाएं उस किट में रखी जाएँगी। उपलब्ध बेड के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर सभी सरकारी हस्पतालों में उपलब्ध कराई जाएँगी ।
यह सभी परिवर्तन जनहित को देखते हुए ले गए। जिससे आने वाले समय में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर नकेल कसी जा सके और जल्द ही जो मरीज इस वायरस से संक्रमित हैं उन्हें भी पूरी तरीके से स्वस्थ करके वापस उनके निवास भेजा जा सके।