गांव साहुपुरा में दो पक्षों के बीच विवाद की वजह से लोगों को नालियों के जलभराव से होकर आना जाना पड़ रहा है। यह विवाद जिला परिवाद एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष भी उठाया जा चुका है।
अधिकारी को समस्या का समाधान करने के लिए निर्देश दिए थे, लेकिन यह अभी तक नहीं हुआ है। बल्लभगढ़ फतेहपुर बिल्लौच मार्ग गांव शाहपुरा से होकर निकलता है। इस मार्ग में रोजाना गांव सागरपुर, असावटी, प्रहलादपुर, माजरा, फतेहपुर, बिल्लौच, लडोली, ककड़ीपुर, नाई नगला, पन्हेरा, अटेरना, सदरपुर, गोपी खेड़ा ग्रामीणों का आवागमन होता है।
गांव साहूपुरा में नाली निकासी को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। दोनों पक्ष अपने घर के आगे से नाली नहीं निकालने देना चाहते थे। इसलिए गांव की नालियों का बल्लभगढ़ फतेहपुर बिल्लौच मार्ग पर जलभराव हो रहा है। इन गांवों में हजारों ग्रामीणों को रोजाना इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। दोपहिया चालकों के कपड़े खराब हो रहे हैं।
बता दे कि कई बार दोपहिया वाहन वालेचोटिल भी हो चुके हैं। लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप संधू भी कई बार उपमंडल अधिकारी से सड़क पर जलभराव करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कह चुके हैं, लेकिन विभाग के उपमंडल अधिकारी ने भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए।
नालियों के जलभराव का मामला ग्रामीणों ने जिला परिवार एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के समक्ष रखा था। सीएम ने नगर निगम के अधिकारियों को तुरंत पानी निकासी कराने के निर्देश दिए थे। यदि कोई व्यक्ति पानी काशी में किसी भी तरह की बाधा पैदा करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभी तक किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। नगर निगम के कार्यकारी अभियंता ओम दत्त का कहना है कि नालियों के पानी निकासी के लिए काम शुरू कर दिया गया है। लेकिन ग्रामीणों के बीच हो रहा विवाद सबसे बड़ी बाधा बन रहा है। पटवारी को लेकर जल्द ही यहां पर जमीन की पैमाइश कराई जाएगी।