स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बोले अधिक मात्रा में करें प्लाज़्मा दान

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कोरोना वायरस का संक्रमण कितना खतरनाक है और यह कितनी तेजी से डालता है इसका अंदाजा हम दिन प्रतिदिन अपने राज्य और जिले में बढ़ते मामलों को देखकर आसानी से लगा सकते हैं। वायरस के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकी है।

ऐसे में प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से कोरोना वायरस मरीजों का इलाज कर उन्हें ठीक किया। प्लाजमा थेरेपी के माध्यम से मरीजों के किए जाने वाले इलाज में काफी अच्छे परिणाम देखने को मिल रहे हैं और मरीज भी तेजी से ठीक हो रहे हैं।

ऐसे में अब हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कोरोनावायरस वाले मरीजों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक मात्रा में प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सामने आए। ताकि कोरोनावायरस से जो मरीज अभी भी संक्रमित हैं

उन्हें प्लाजमा थेरेपी के माध्यम से जल्द से जल्द स्वस्थ करके उन्हें अस्पताल से घर वापस भेजा जा सके।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कोरोना से अनिल विज ने कहा कि ऐसे व्यक्ति ही प्लाज्मा दान कर सकते हैं, जो कोरोना की बीमारी से ठीक होने के बाद 14 दिनों तक स्वस्थ रहे हों और प्लाज्मा डोनेट करते समय भी पूर्णतया स्वस्थ हों।

उन्होंने कहा कि प्लाज्मा बैंकों में जो प्लाज्मा एकत्र किया जा रहा है, उसे अभी केवल सरकारी अस्पतालों में ही उपलब्ध कराया जाएगा।

विज ने कहा कि भविष्य में प्लाज्मा का संग्रह अधिक होने पर ही अन्य प्राइवेट अस्पतालों में देने संबंधी विचार किया जा सकता है। मंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी कोविड अस्पतालों की निरीक्षण के आदेश दिए गए हैं। इन अस्पतालों में मरीजों को उपलब्ध करवाई जाने वाली दवाईयां, खाना तथा अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में ऐसा कोई मरीज सामने नहीं आया, जो कोरोना ठीक होने के बाद फिर से कोरोना से ग्रसित हुआ हो। प्रदेश में अभी तक करीब 26 हजार से अधिक लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। इसके लिए एक व्यक्ति द्वारा डोनेट किए प्लाज्मा से दो मरीजों का उपचार किया जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा अधिकांश मरीज यह सोचकर घबरा रहे हैं कि जिस बीमारी को मात देकर वह इतने दिनों बाद ठीक हो कर अपने घर को लौटे हैं कहीं ऐसा ना हो कि दोबारा वह इस बीमारी के चपेट में आ जाए

इसलिए वह अस्पताल आने से घबरा रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को बोला क्यों नहीं घबराने की जरूरत नहीं है उनके सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा अगर वह प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सक्षम होगी तभी उनका प्लाज्मा डोनेट करने के लिए कहा जाएगा।