गृह मन्त्री द्वारा लॉकडाउन के समय हुए शराब घोटाले की रिपोर्ट को सार्वजनिक किए जाने पर इनेलो नेता एवं विधायक अभय चौटाला ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह रिपोर्ट प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंकने के सिवा और कुछ नहीं है।
जब सरकार द्वारा एसआईटी बनाई गई थी तब भी हमने आशंका जताई थी कि यह सिर्फ घोटाले के असली मास्टरमाइंड और बड़े-बड़े मगरमच्छों को बचाने के लिए बनाई गई है। गृह मन्त्री ने शुक्रवार को ये रिपोर्ट को जारी कर हमारी आशंका को सच साबित करने पर मोहर लगा दी है।
इस रिपोर्ट के आधार पर विजिलेंस को जांच सौंपना व एक आईपीएस और एक आईएएस के खिलाफ कार्यवाही करना महज खानापूर्ति करना है।इनेलो नेता ने कहा कि यह शराब घोटाला कोई छोटा मोटा घोटाला नहीं है बल्कि सैकड़ों करोड़ रूपए का घोटाला है जिसमें शराब को तय समय के बाद नष्ट नहीं किया गया और शराब की बोतलों को वहां से निकाल कर महंगे दामों में बेचा गया।
इसमें अधिकारियों के साथ साथ बड़े ताकतवर लोग जुड़े हैं जिनका पर्दाफाश होना बेहद जरूरी है लेकिन सरकार उनको बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है जिससे सरकार की नियत में खोट दिखाई देता है।
इनेलो नेता ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का वायदा कर सत्ता में आई है लेकिन आज प्रदेश की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है।
अगर प्रदेश की भाजपा गठबंधन सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दे पर थोड़ी भी गंभीर है तो हम मांग करते हैं कि इस शराब घोटाले की जांच विजिलेंस से करवाने की बजाय सीबीआई व ईडी से करवाई जाए ताकि इस घोटाले में संलिप्त जितने भी भ्रष्ट अधिकारी व रसूखदार लोग जिनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, उनका चेहरा जनता के सामने आ सके।