श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में भी सविधि पूजन हुआ। इस अवसर पर आश्रम के अधिपति जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि आज भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े कष्ट भरे माहौल में मनाया गया है और 5247 वर्ष पहले भी ऐसे ही कष्टों में वह धरती पर अवतरित हुए थे।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि जन्माष्टमी से पूर्व शासन प्रशासन द्वारा मंदिरों को खोलने की इजाजत देने का वह स्वागत करते हैं।
इससे असंख्य भक्तों को अपने आराध्य के दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ है। पिछले चार महीने से मंदिरों के कपाट बंद होने से भक्त अपने भगवान के प्रति अपने भावों को प्रकट करने के लिए तरस रहे थे।
अब जबकि भगवान के जन्मोत्सव के लिए मंदिरों को खोलने का निर्णय हुआ तो सभी में प्रसन्नता का माहौल है। उन्होंने यहां भगवान के जन्मोत्सव की समस्त विधि को पूर्ण किया जिसके बाद दिव्यधाम परिसर नंद को बधाई गीतों से गूंज उठा।
इस अवसर पर बाहर जोरदार बारिश होती रही। इस अवसर पर एनआईटी विधानसभा से विधायक नीरज शर्मा भी साक्षी रहे।
प्रशासन के निर्देश पर आश्रम परिसर में सभी को सैनिटाइज करने और मास्क जांचने के बाद ही प्रवेश करने दिया गया। इस अवसर पर सभी को निश्चित दूरी के साथ ही अंदर भेजा गया और किसी को भी रुकने नहीं दिया गया। आश्रम समिति के सदस्यों ने शासन द्वारा मंदिरों को खोलने के निर्णय का स्वागत किया है।