अब सड़कों पर वाहन निकालने के लिए चालान का डर होगा खत्म, जब घर बैठे मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस। ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दर-दर भटकने वाले लोग अब हिमाचल में अब पासपोर्ट की तर्ज पर लोगों को घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा।
जिसके लिए परिवहन विभाग सारी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर रहा है। जल्द ही शिमला और कांगड़ा जिला में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा।
अगर यह प्रक्रिया पूर्ण रूप से सफल होती है तो इसे और अधिकतम कार्य में लाने के लिए से पूर्ण रूप से व्यवस्थित कर पूरे प्रदेश भर में लागू कर दिया जाएगा। विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया ने इसकी पुष्टि की है।
योजना के अनुसार आवेदक को परिवहन विभाग से लाइसेंस की फाइनल अप्रूवल मिल गई तो वह रसीद दिखाकर भी गाड़ी चला सकेगा। रसीद दिखाने पर पुलिस उसका चालान नहीं काट सकती। यह व्यवस्था 15 से 20 दिन तक रहेगी।
इस समयावधि के भीतर आवेदक को लाइसेंस की हार्ड कॉपी उपलब्ध करा दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस व्यवस्था से आवेदकों को एसडीएम और आरटीओ दफ्तरों के चक्कर काटने से छुटकारा मिलेगा।
गौरतलब, दिन प्रतिदिन बढ़ते सड़क दुर्घटना को देखते हुए परिवहन विभाग और सरकार ने ट्रैफिक नियमों को सख्त करने का फैसला लेते हुए हेलमेट इत्यादि लगाना अनिवार्य कर दिया था। जिसमें ड्राइविंग लाइसेंस का होना सबसे महत्वपूर्ण है।
परंतु ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोग घंटों सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं ऐसे में कई लोग बिना लाइसेंस के ही सड़कों पर वाहन लेकर निकल जाते हैं जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस वाला भारी भरकम चालान काट उनकी जेब खाली कर दी जाती है।