हरियाणा के बहुचर्चित घोटाला शराब में बहुप्रतीक्षित विशेष जांच दल का गठन किया गया था जिसको लेकर हरियाणा के सीएम ने पहले ही दू टूक जवाब दे दिया था की जो लोग दोषी होंगे उनको सजा मिलेगी इसको लेकर हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज ने शराब घोटाले में एसईटी की गृह विभाग पर की गई टिप्पणीयो के बाद पुलिस की भूमिका की जाँच के लिए कमेटी का गठन कर दिया था
यह कमेटी पुरे प्रदेश में इस मामले में पुलिस की भूमिका की जाँच होगी जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी कला रामचंद्रन करेगी राज्य के डीजीपी और गृह सचिव से बैठक करने के बाद विज ने यह फैसला लिया था
इसके साथ ही विभाग की और से आज आईपीएस प्रतीक्षा गोदारा से स्पस्टीकरण मांग लिया है गृह विभाग से संबधित की गई टिपप्ड़िया की जाँच के लिए जो कमेटि गठित की गई है इसमें कला रामचंद्रन के अलावा डीआईजी शंशाक आनंद और एसपी हिमांशु गर्ग को शामिल किया है। ग़हमंत्री मंत्री ने कहा की यह समिति एसटीआई द्वारा की गई अनियमितताओ का तरीका व अन्य समुचित करेगी
इस नई कड़ी में गृह विभाग की ओर से आइपीएस अधिकारी प्रतीक्षा गोदारा से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सोनीपत की एसपी रहते हुए प्रतीक्षा गोदारा ने शराब कारोबारी भूपेंद्र सिंह को न केवल हथियारों के लाइसेंस दिए, बल्कि उसे गनमैन के रूप में सुरक्षा भी मुहैया कराई। इन बातों का उल्लेख आइएएस टीसी गुप्ता के नेतृत्व में गठित एसईटी की जांच रिपोर्ट में है।
गृह सचिव ने आइपीएस प्रतीक्षा गोदारा से मांगा स्पष्टीकरण
एसईटी ने आइएएस शेखर विद्यार्थी व आइपीएस प्रतीक्षा गोदारा दोनों के विरुद्ध कार्रवाई की सिफारिश की थी, जिसके बाद गृह मंत्री अनिल विज ने दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने की संस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष की।
मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश पर गृह सचिव विजयवर्धन ने प्रतीक्षा गोदारा से स्पष्टीकरण मांगने की कार्रवाई शुरू की है, जबकि शेखर विद्यार्थी से स्पष्टीकरण डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के निर्देश पर आबकारी विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी की ओर से मांगा जाएगा।
शराब घोटाले में एसईटी की रिपोर्ट की तह में जाने को तीन सदस्यीय कमेटी बनाई
अनिल विज ने बताया कि जांच रिपोर्ट में गृह विभाग से संबंधित की गई सभी टिप्पणियों की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कला रामचंद्रन की अध्यक्षता में बनाई गई इस कमेटी में पुलिस विभाग के डीआइजी शशांक आनंद तथा आइपीएस हिमांशु गर्ग को शामिल किया गया है। यह समिति एसईटी द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में की गई टिप्पणियों तथा पुलिस द्वारा की गई अनियमितताओं का तरीका व अन्य समुचित मामलों की जांच करेगी।