6 अगस्त 2020 को सीएम दूध उपहार योजना का आरंभ किया गया था। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों को फोर्टिफाईड सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाना था। महिलाओं में अनेमिया रोग तेज़ी से फ़ैल रहा है ऐसे में यह मिल्क पाउडर उनको पोषण और शक्ति प्रदान करने के लिए बेहतर विकल्प है।
बीपीएल तबके की महिलाओं और बच्चों के बीच इस दूध पाउडर के वितरण की बात की गई थी।
जिसमे साफ तौर से यह कहा गया था कि जच्चा और बच्चा की सुरक्षा सर्वोपरि है। महामारी के दौर में हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम रामबाण है।
आपको बता दें कि पाउडर वितरण से पहले बीपीएल समुदाय के लोगों की सूची तैयार करने की बात की गई थी। जगह जगह बने आंगनबाड़ी केंद्र के कर्मियों को बीपीएल के अंदर आने वाली औरतों और बच्चो की लिस्ट तैयार करने के लिए कहा गया था।
हर क्षेत्र में आंगनबाड़ी कर्मियों को सर्वे कर के यह लिस्ट बनानी थी। पर आए दिन धरना प्रदर्शन पर बैठे रहने के कारण इस योजना पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। योजना का आरम्भ हुए तकरीबन एक महीना पूरा होने को है पर अभी तक सर्वे की शुरुआत नहीं हो पाई।
ऐसा ही चलता रहा तो साल भर में किसी भी गरीब महिला या बच्चे को दूध पाउडर नहीं मिल सकेगा। इस मुहीम में 200 मिलीलीटर दूध प्रत्येक व्यक्ति में वितरित करने की बात की गई थी। 6 अलग तरीके के स्वाद में यह दूध पाउडर महिलाओं और बच्चों में बांटा जाएगा। पर अगर ऐसे ही मंद गति से काम आगे बड़ा तो इस मुहीम का लाभ जनता तक पहुंचने में देर लग सकती है।
जल्द से जल्द सर्वे शुरू करवाकर इस मुहीम को लोगों के बीच लाना अति आवश्यक है। महामारी के इस दौर में इस योजना का लाभ पाकर महिलाओं और बच्चों में पोषण पूर्ती हो सकेगी और वह बीमारियों से भी दूर रह सकेंगे।