उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार एक शानदार आद्योगिक नीति बनाने में जुटी है। इस बात की जानकारी उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि प्रदेश में निवेश और रोज़गार बढ़े जो नए उद्योगपतियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
इसके लिए विधायकों, सांसदों, छोटे-बड़े उद्योगपतियों के भी सुझाव शामिल की जाएँगी जिससे कि उद्योगिक नीति में किसी प्रकार की कोई त्रुटि की सम्भावना शेष न रहे।
दरअसल, चंडीगढ़ में हुई विभिन्न अधिकारियों बैठक के बाद यह निष्कर्ष सामने आया कि हरियाणा इंटरप्राइजेज प्रोमशन पॉलिसी – 2020 को अंतिम रूप देने के बाद उद्योग को बढ़ावा देने और निवेश बढ़ने के लिए माकूल माहौल उपलब्ध करवाया जाएगा।
दुष्यंत चौटाला ने यह भी बताया कि 2020-2025 तक की इस नीति को अगले माह से लागू किया जाएगा जिसके बाद पहले ऐसा राज्य होगा जो एरो स्पेस और एविएशन को भी थूरस्त सेक्टर के तौर पर फोकस कर नए उद्योग नीति में आगे लेकर जाने का काम कर रहा है।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मेडिकल टेक्नोलॉजी से जुड़े बल्क ड्रग्स पार्क का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा उन अग्रणी राज्यों में है जो अपने सभी 22 जिलों को विभिन्न क्लस्टरों में बांटकर औद्योगिक इकाइयों को आगे लेकर आने का काम कर रहा है। सरकार का प्रयास है कि इसी तरह ज्यादा से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को जोड़ा जाए। प्रदेश सरकार फैक्टरियों को क्लस्टर एप्रोच के साथ जोडऩे पर अतिरिक्त लाभ देगी। जिससे कि अभी वर्ग के उद्योगपतियों को लाभ मिल पाएगा।
Written By- MITASHA BANGA