नोएडा स्थित हाउसिंग सोसाइटी की पार्किंग में 2 कत्ल की खबरें सामने आई। यह कत्ल इस हफ्ते की शुरुआत में हुए। बताया जा रहा है कि इस मामले के तार उद्योगिक नगरी फरीदाबाद से जुड़े हैं। यह खून खराबा 9 साल से चलती आ रही आपसी रंजिश का नतीजा है।
फरीदाबाद के 2 परिवार कई सालों से बदले की आग में झुलस रहे थे। दोनो ही परिवार क्षेत्र के पनहेरा कलां और पनहेरा खुर्द से ताल्लुक रखते हैं। साल 2011 से ही दोनों परिवारों के बीच द्वन्द चलता आ रहा है।
परिवारों के बीच चल रही दुश्मनी में तकरीबन 5 लोग अपनी जान गवा चुके हैं। 3 अलग शहर और 3 अलग दिनों पर झगडे की आग के साक्ष्य देखने को मिले। वर्ष 2011 फरीदाबाद में सबसे पहली वारदात को अंजाम दिया गया, 2017 में मथुरा जाकर दुश्मनी का बदला लिया गया और अब नोएडा में आपसी रंजिश के चलते 2 व्यक्तियों की निर्मम हत्या कर दी गई।
हादसे का शिकार हुए दाल चंद शर्मा अपनी पहचान बदल कर जीवन निर्वाह कर रहे थे। शर्मा और उनके दोस्त अरुण त्यागी पार्किंग में गाड़ी पार्क कर रहे थे जब भाड़े के शूटर्स में उनपर गोली चलाकर हमला किया। बताया जा रहा है कि यह शूटर्स मोहित वत्स नामक युवक ने भाड़े पर लिए थे जिससे कि वह शर्मा को जान से मार सकें।
दाल चंद शर्मा फरीदाबाद के पनहेरा कलां निवासी हैं जबकि मोहित का गाँव पनहेरा खुर्द है। परिवारों की आपसी दुश्मनी को हवा लगी साल 2009 में। बताया जा रहा है कि मोहित वत्स का भाई श्री कृष्ण, दाल चंद शर्मा के परिवार के साथ काम करता था। जिस दौरान कृष्ण की बस्ती की गई और शर्मा के परिवार द्वारा उसका अपमान भी किया गया।
जिस कारण से आपसी रंजिश का पनपना शुरू हुआ। सूत्रों की माने तो दाल चंद के भाई राजेंद्र ने कृष्ण का अपमान करते हुए उसके ऊपर पेशाब तक कर दिया। उनका कहना था कि कृष्ण वत्स धोकेबाज़ है और इसी तरीके से उसे सजा दी जानी चाहिए।
इस अपमान का बदला कृष्ण ने राजेंद्र का कत्ल करके लिया। जिसके बाद फरीदाबाद में कृष्ण को पकड़ कर सलाखों के पीछे दाल दिया गया। तकरीबन छह साल लॉकअप में रहने के बाद कृष्ण को रिहा किया गया। पर 2017 में दाल चंद शर्मा ने कृष्ण को मथुरा में पकड़ कर उसका खून कर दिया और भाई राजेंद्र की मौत का बदला लिया।
जिसके बाद दाल चंद को पकड़ कर जेल में कैद किया गया। पर करीब 6 महीने जेल में बिताने के बाद दाल चंद को रिहा किया गया जिसके बाद उसने अपना नाम बदल कर विराट शर्मा कर दिया और नोएडा में रहने लगा। शर्मा के मर्डर की प्लानिंग फरवरी 2020 से शुरू हो गई थी।
कृष्ण का भाई मोहित अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए बेचैन था। जब उसे वांटेड क्रमिनल सुरेश के नीमका जेल से छूटने की खबर मिली तब उसने अपने नापाक इरादों को अंजाम देने का प्लान बनाया। जिसके बाद उसने शर्मा और उसके देता का कत्ल करवा दिया।