बेटी कुदरत का वो तोहफ़ा है जिसे पाने के बाद कोई भी दंपत्ति खुद को धन्य समझते हैं। कन्या का जन्म हमारी संस्कृति में शुभ माना जाता है। साथ ही बेटियों को जो प्यार और दुलार के साथ एक पिता पाल पोस कर बड़ा करता है, उसका हिसाब लगाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। बेटी के जन्म से ही पिता उसके भविष्य को सुरक्षित बनाने की योजनाएं खोजने लगता है, उनके बारे में उत्सुकता से जानने लगता है। आज डॉटर्स डे पर आपको बताते हैं कुछ ऐसी सरकारी योजनाएं जो आपकी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने के साथ आपको निश्चिन्त करेंगी।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनाई गई इस योजना का उद्देश्य भारत में लड़कियों के लिए जागरूकता पैदा करना है। इस योजना की शुरुआत 100 करोड़ रुपए की शुरुआती फंडिंग से हुई थी। यह मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार और दिल्ली में समूहों को लक्षित करती है। इस योजना का लक्ष बेटियों के जीवन को सुरक्षित और सुनहरा बनाने का है।
सुकन्या समृद्धि योजना
सरकार द्वारा शुरू की गयी यह योजना बेटियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। आप अपनी बेटी के नाम का अकाउंट खुलवा कर सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवा कर उसमें निवेश शुरू कर सकते हैं।
हरियाणा लाडली योजना
राज्य सरकार द्वारा चालयी जाने वाली यह हरियाणा लाडली योजना का उद्देश्य भी बेटियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत 20 अगस्त 2005 या इसके बाद जन्मी लड़की और उसकी मां को सालाना 5000 रु की आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना का पैसा बेटी की आयु 18 वर्ष पूरे होने पर दिया जाता है। लाडली योजना में हर साल 5000 रु मिलेंगे, मगर जब दूसरी बेटी की आयु 18 वर्ष हो जाएगी तो कुल पैसा दे दिया जाता है।
मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना
बिहार में सुचारू इस योजना के तहत बिहार सरकार बेटी के नाम पर 2000 रुपए एफडी करती है। मगर पूरी रकम बेटी के 18 साल होने पर मिलती है, जिसमें ब्याज भी शामिल होता है। लेकिन इस योजना का लाभ परिवार की 2 लड़कियों तक ही सीमित है।
इन सरकारी योजनाओं में निवेश कर आप अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित और सुनहरा बना सकते हैं।