दुश्मनों को ठोकने वाली भारत की बेटी से मिलिए, रचा है इतिहास..मां के आंसू को बनाया हथियार …

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चीन के साथ जारी तनातनी के बीच भारतीय सेना लगातार मजबूत होती जा रही है। बीते दिनों भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान जैसी मजबूत शक्ति मिली। आज भारतीय वायुसेना अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। इस खास मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी।

इस बार एयरफोर्स के बेड़े में राफेल को भी शामिल किया गया है। 1932 में स्थापित होने वाली भारतीय वायुसेना अब तक पाकिस्तान और चीन के खिलाफ युद्ध में अपना लोहा मनवा चुकी है।

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आपको बता दे कि भारतीय वायुसेना का गठन 8 अक्टूबर, 1932 को हुआ था। 8 अक्टूबर 1932 को स्थापना होने के कारण ही हर साल इसी दिन वायुसेना दिवस मनाया जाता है।

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इस खास मौके पर बता दे कि एक ऐसी लेडी और जांबाज पायलट के बारे में जो पहली वुमन फाइटर पायलट है। जिनका नाम है अवनी चतुर्वेदी है।

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अवनि ने अकेले मिग-21 बाइसन विमान उड़ा कर यह कीर्तिमान स्थापित किया है।

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इसके लिए वो पहली बार गुजरात के जामनगर एयरबेस से उड़ान भरी थी। इसके बाद अवनि फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन गईं।

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2016 के पहले भारतीय वासुसेना में महिलाओं को फाइटर प्लेन चलाने की अनुमति नहीं थी। मगर अनुमति मिलने के दो साल बाद ही अवनि ने पहली महिला फाइटर पायलट बन गईं। अवनी का जन्म 27 अक्टूबर 1993 को मध्य प्रदेश के शहडोल जिला में हुआ था।

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अगर निजी जिंदगी की बात करें तो अवनी ने नवंबर 2019 में हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले विनीत छिकारा के साथ शादी की है।

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अवनि का बचपन से ही लड़ाकू विमान उड़ने का सपना था। इसलिए वह अपने कॉलेज के फ्लाइंग क्लब में शामिल हुईं।

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