Kapas hera में एक ही टायलेट यूज करने से 58 लोग हुए कोरोना पॉजिटिव :- देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के Kapas hera इलाके में शनिवार को एक ही बिल्डिंग के 58 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. Kapas hera इलाके की ‘ठेके वाली गली’ में एक ही बिल्डिंग में पाए गए 58 कोरोना मरीजों के पीछे कहीं ना कहीं घनी आबादी को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के डीएम राहुल सिंह ने रविवार को कहा कि एक ही बिल्डिंग में जो 58 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, वह सभी एक ही टॉयलेट का इस्तेमाल कर रहे थे. दरअसल, घनी आबादी वाले इस इलाके में छोटे- छोटे मकान हैं, जिसमें काफी संख्या में लोग रहते हैं.
डीएम के मुताबिक जिस बिल्डिंग में 58 कोरोना मरीज पाए गए हैं, वहां करीब 200 लोग रहते हैं. छोटे मकान और घनी आबादी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर था. वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि जो 58 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, उनका आज फिर टेस्ट होगा. इसके अलावा Kapas hera इलाके में और कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने का भी अंदेशा है.
Kapas hera में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट देरी से आने के बाद दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार अब दिल्ली की प्राइवेट लैब में जांच के लिए सैंपल भेजेगी. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट के लिए 24 से 36 घंटे का टाइम तय किया गया है. उन्होंने कहा कि नोएडा की एक लैब में सैंपल भेजने के बाद 10 से 11 दिन बाद Kapas hera के लोगों की रिपोर्ट आई थी.
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के Kapas hera इलाके की एक बिल्डिंग में 18 अप्रैल को कोरोना का पहला मामला सामने आया था. घनी आबादी होने की वजह से प्रशासन ने 19 अप्रैल को इलाके को सील कर दिया था. इसके बाद यहां के 95 लोगों के सैंपल 20 अप्रैल को और 80 लोगों के सैंपल 21 अप्रैल को नोएडा की NIB लैब में कोरोना की जांच के लिए भेजे गए थे.
कुल मिलाकर 175 लोगों के सैंपल में से 67 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट रविवार को आई. इनमें से 58 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि, अभी कुछ लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है.