दिवाली के पर्व को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं ऐसे में पूरा देश जगमगीने की तैयारी कर रहा है। बात की जाए फरीदाबाद की तो इस क्षेत्र के कई हिस्से ऐसे हैं जो अभी अंधकार में डूबे हुए हैं। बड़ी बड़ी सड़कें अभी अंधेरे से सराबोर हैं और स्ट्रीट लाइटें तरीके से काम नहीं कर रही हैं।
ओल्ड फरीदाबाद के सेक्टर 17 वाली सड़क पर निगम की लापरवाही के प्रमाण देखे जा सकते हैं। पूरे सड़क पर दोनों और स्ट्रीट लाइट लगाईं गई है पर उनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। सड़क पर हर तरफ अँधेरा पिसरा हुआ है और एक भी लाइट काम नहीं कर रही है।
आपको बता दें कि सेक्टर 17 की यह सड़क एक मुख्य रोड है जो सेक्टर 12 तक लिंक करती है। इस सड़क से होकर सेक्टर 14 और सेक्टर 16 की तरफ भी रुख किया जा सकता है। इस सड़क पर काफी वाहन सफर करते हैं ऐसे में अंधेरे के चलते दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है।
फरीदाबाद में खराब स्ट्रीट लाइटों के चलते काफी सारी सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। सेक्टर 17 की इस सड़क पर लोग शाम को भ्रमण के लिए भी निकलते हैं ऐसे में अँधेरे में पैदल सैर करने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लंबे समय से इस सड़क का यही हाल है जहां गंदगी के साथ साथ लाइटों ने भी धोखा दे रखा है। कुछ दिन पहले हुई निगम सदन की बैठक में भी स्ट्रीट लाइट से जुड़े मुद्दे को उठाया गया था। जहाँ सभी पार्षदों ने मिलकर इस पूरे मामले पर हंगामा किया था।
आपको बता दें कि सदन बैठक के दौरान पार्षदों ने इल्जाम लगाया कि नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट के मामले में धांध्लेबाजी की है। इसी के चलते हर पार्षद द्वारा इस पूरे मामले को लेकर रोष जताया गया था। पार्षदों द्वारा यह मांग भी रखी गई थी कि प्रत्येक वार्ड में दिवाली से पहले 100 – 100 लाइटें लगवाई जाए।
इस मांग को निगमायुक्त यश गर्ग द्वारा सिरे से खारिज कर दिया गया था। इसी के बैठक में जमकर हंगामा हुआ फिर निष्कर्ष के तौर पे 50 लाइट प्रत्येक वार्ड को मंजूरी मिल पाई थी। पर सवाल यह है कि जिन क्षेत्रों में पहले से ही लाइटें लगाईं गई हैं उनकी देख रेख किसका जिम्मा है ? फरीदाबाद क्षेत्र में लगाईं गईं स्ट्रीट लाइटें एलईडी पैनल की हैं जिनमे से अमूमन सभी लाइटें जर्जर अवस्था में हैं।