त्योहार के सीजन में मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क, नकली मावा की करें पहचान

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त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है और इसके साथ ही शुरू हो गया है रिश्तेदारों में मिठाइयों का लेनदेन। त्योहारों के समय अपनों को मिठाई देने का पुराना रिवाज आज भी बरकरार है और दीपावली के पावन उत्सव पर सभी भारतवासी एक दूसरे को मिठाईयां देते हैं।

त्योहार के सीजन में मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क, नकली मावा की करें पहचान

त्योहार के लिए मिठाई की खरीदारी करते समय आप ठगे ना जाएं इसलिए बता दें कि बाजार में दुकानदारों ने ज्यादा मुनाफे की लालच में मिलावटी मिठाइयों का कारोबार शुरू कर दिया है। फरीदाबाद समेत बल्लभगढ़ शहर में यूपी, राजस्थान व मेवात जैसे अन्य राज्यों से मिलावटी मावा धड़ल्ले से आ रहा है और यहां बिक भी रहा है।

त्योहार के सीजन में मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क, नकली मावा की करें पहचान

दरअसल त्योहारों के सीजन में मिठाइयों की डिमांड बढ़ने से सप्लाई में थोड़ी तंगी आई है। यही कारण है कि बाजार में दूध, घी और मावा की मांग दुगनी हो गई है लेकिन पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती। ऐसे में कुछ व्यापारी अधिक मुनाफे की लालच में ग्राहकों को गुमराह करते हैं और मिलावटी मिठाई बेचते हैं।

त्योहार के सीजन में मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क, नकली मावा की करें पहचान

बता दे कि मावे से बनने वाली मिठाइयों की डिमांड कई गुना बढ़ने से जिले में मिलावटी मावा आना शुरू हो गया है यह मावा रातों-रात दुकानों पर पहुंच जाता है जिन्हें बाद में मिठाइयों में अन्य केमिकल के साथ मिलाया जाता है ताकि गड़बड़ी पकड़ में ना आ सके। कुछ दुकानदार मिल्क पाउडर में रिफाइंड मिलाकर भी इसे तैयार करते हैं।

त्योहार के सीजन में मिलावटी मिठाइयों से रहें सतर्क, नकली मावा की करें पहचान

मिलावटी मिठाई और सिंथेटिक दूध से गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है और साथ ही इसका सीधा असर सेहत पर भी पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप नकली मावा की पहचान करें और मिलावट के जहर से अपने मासूम बच्चों और परिवारों की रक्षा करें।