पूरे देश में दीपावली के लिए लोगों के मन में उत्साह है पर दिवाली के त्यौहार से ठीक पहले हरियाणा के सोनीपत और पानीपत जिले में मातम छाया हुआ है। दोनों ही जिलों में जहरीली शराब से कई घरों में इस दिवाली दिये नहीं जलेंगे। सोनीपत के गांव में जहरीली शराब के कारण 9 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं जिसकी वजह से ग्रामीणों में मातम और शोक की लहर है।
त्योहारों के सीजन में अनेकों लोग शराब का सेवन करते हैं और यह रिवाज गावों में भी प्रचलित है। त्योहारों के सीजन में शराब की डिमांड-सप्लाई से अधिक हो जाती है इसकी वजह से नकली शराब की बिक्री होने लगती है। भोले भाले मासूम गांव के लोग इस नकली शराब के सेवन के कारण कई बार अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। यही कारण है कि इस बार सोनीपत और पानीपत के गांव में मातम पसरा हुआ है और त्यौहार की खुशी लोगों के चेहरे पर नहीं झलक रही है।
जिन ग्रामीणों की मौत नकली शराब के कारण हुई है उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं- विक्रम, शमशेर, सुरेश, सुरेंद्र, राकेश, जयपाल, प्रदीप और तीर्थ। यह वो लोग हैं जो नकली शराब के कारण मौत के घाट उतर चुके हैं। इनके जैसे अन्य 17 लोग अभी अस्पताल में दाखिल है जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।जिन युवकों की मौत हुई है उनके घर वाले सरकार से जहरीली शराब की बिक्री के खिलाफ कानून बनाने तथा मुआवजे की मांग कर रहे हैं।