त्योहारी सीजन में बढ़ते मरीजो की संख्या बन रही है चिंता का विषय

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प्रधानमंत्री के संदेश पर अगर ध्यान दिया जाए तो महामारी के प्रति लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। और सभी देशवासियो के लिए वर्ष का सबसे रोमांचक समय आ चूका है। त्योहारी सीजन शुरू हो चूका है और शुरू हो चुकी है बाजारों की रौनक। लॉक डाउन ख़त्म होने के बाद सभी चीजों को धीरे धीरे नियमो और कानूनों के साथ खोला जा चुका है।

त्योहारी सीजन में बढ़ते मरीजो की संख्या बन रही है चिंता का विषय

कोविड -19 महामारी के कारण पिछले कई महीनों से अपने घरों की चारदीवारों तक सीमित रहने वाले लोग अब सकारात्मक भावनाओं के साथ अपने कदम बाहर रखने और सामाजिक तौर पर आयोजित कार्यक्रमों में घुलने मिलने का फैसला कर रहे हैं।

महामारी के कारण लंबे समय से भारतीय मेलजोल, विस्तारित परिवार से मिलने और भीड़ भरे स्थानों पर आने-जाने से बचते आ रहे थे, लेकिन अब ऐसा लगता है की सीजन शुरू होते ही लोग हर चीज़ भूलते जा रहे है। सभी लोग बेखौफ होकर अब बाजारों में उतर रहे है ,इसी के साथ दुकानदार भी सभी नियमो को ताक पर रखकर सामान बेच रहे है और लोग भी लापरवाही बरते हुए समान खरीद रहे है।

जब अनलॉक की प्रकिरिया शुरू हुई थी तब महामारी को देखते हुए सभी नियमो और कानूनों को दखते हुए सभी चीजों को खोला गया था। दुकानों के आगे सोशल डिस्टन्सिंग के नियमो को ध्यान में रकते हुए रसिया लगायी गयी थी और सभी दुकानों के बाहर वाइट चोक से गोले लगाए गए थे तकि लोग उन्ही गोलों में खड़े होकर अपनी खरीदारी करे। लेकिन अब बाजारों का माहौल देखकर ऐसा प्रतीत होते है कि दुकानदार एवं खरीददार जल्दी काम खत्म करने की होड़ में सभी नियमो को भूलते जा रहे है और अपनी जान को दाव पर रखकर बाजारों में खरीद दारी के लिए उत्तर रहे है।

त्योहारी सीजन में बढ़ते मरीजो की संख्या बन रही है चिंता का विषय

आपको बता दे की जब अनलॉक की प्रकिरिया शुरू होने के समय पर जितने केस 4 दिन में आते थे अब वही केस 1 दिन में आ रहे है।महामारी से बढ़ते मरीजों की सख्या को देखते हुए नोडल अधिकारी राम भगत ने भी कड़े इंतज़ाम कर लिए है। उनका कहना है की प्रदुषण बढ़ना भी वैश्विक आपदा के शिकार हुए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी का मुख्य कारण भी बन रहा है ।और साथ ही त्योहारों का आना इस बढ़ती संख्या को और भी मजबूत करता है। लेकिन इस बढ़ती संख्या को नियंत्रण में रखने के इंतज़ाम किये जा रहे है। त्यौहार शुरू होते ही मईकिंग व महामारी से बचाव के लिए जगह जगह होडिंग्स भी लगाए जाएंगे ताकि लोग यह बात न भूले की अभी वैश्विक महामारी का खतरा टला नहीं है।