लक्ष्मी के आगमन के लिए घर की सफाई तो कर ली लेकिन शहर की सफाई का जिम्मा कौन लेगा???

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दीवाली पर सब अपने घरों की सफाई करते है ,ताकि लक्ष्मी का आगमन हो सके ।सभी अपने घरों की सफाई करते है और अपने घरों के अंदर के कूड़े को बाहर फ़ेंकदेते है लेकिन उस कूड़े पर कोई ध्यान नही देता जो घर के आपकी गलियों आपके शहर में पड़ा है ।

लक्ष्मी के आगमन के लिए घर की सफाई तो कर ली लेकिन शहर की सफाई का जिम्मा कौन लेगा???

स्वच्छभारत अभियान के तहत शहरों गांवों में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं अधिकारियों की ओर से सफाई के लिए काम किया जा रहा हैं लेकिन इसके बाद भी शहर के गली मोहल्लों में लगे कूड़े के ढेर चौकों पर लगे पोस्टर होर्डिंग स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोल रहे हैं। एक तरफ पूरा विश्व वैश्विक महामारी से परेशान है, वही दूसरी ओर जगह जगह लगे कूड़े के ढेर ने भी लोगो की नाक में दम कर रखा है।

नगर कौंसिल कैंट बोर्ड की ओर से समय- समय पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई अभियान चलाकर लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं इसके बावजूद शहर कैंट की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है कैंट बोर्ड के मुख्य पायलट चौक पर लगे बोर्ड चिपकाए गए पोस्टर चौक की सुंदरता को धब्बा लगा रहे हैं वहीं शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों पर लावारिश पशु मुंह मारते दिखाई पड़ते हैं शहर में जगह जगह हर समय कूड़े के ढेर लगे रहते हैं।

लक्ष्मी के आगमन के लिए घर की सफाई तो कर ली लेकिन शहर की सफाई का जिम्मा कौन लेगा???

सड़क किनारे लगे कूड़े के ढेरों पर विचरते लावारिश पशु सड़क दुर्घटना का भी कारण बनते हैं कूड़े के ढेरों पर विचरते पशु कूड़े में मुंह मारकर कूड़े के ढेरों को सड़क तक फैला देते हैं जिससे शहर में गुजरने वाले राहगीरों को भारी बदबू का सामना करना पड़ता है शहर के मुख्य बाजारों में नगर कौंसिल कर्मी प्रतिदिन सफाई कर कूड़ा उठाते हैं लेकिन गली मोहल्लों कॉलोनियों की सफाई व्यवस्था की ओर किसी का ध्यान नहीं है। दिनदहाड़े लोग शहर की दीवारों सरकारी पोल पर पोस्टर लगाते हैं मगर नगर कौंसिल की ओर से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती।

लक्ष्मी के आगमन के लिए घर की सफाई तो कर ली लेकिन शहर की सफाई का जिम्मा कौन लेगा???

एक तरफ भारत से सभी चाईनीज़ चीजों का बहिस्कार कर दिया गया है ,वही दूसरी ओर शहर की साफ़ सफाई जिम्मा चाईनीज़ कंपनी इकोग्रीन दिया हुआ है। जिस तरीके से चाईनीज़ सामान नकली निकलता है उसी तरीके से इकोग्रीन भी हमेशा की तरह भारत को धोखा देते हुए अपने काम में चोरी कर रहा है।

लेकिन यह एक बहुत ही बड़ा प्रश्न चिन्ह लगता है प्रशासन पर ,जब चिनेसे सामने का बहिस्कार हो चूका है तो चाईनीज़ कंपनी इकोग्रीन से यह जिम्माह क्यों नहीं चीन गया। किसी भी शहर की पहचान होती है उस शहर की सुंदरता से ,वहा की साफसफाई से ,अगर आपका शहर सुंदर है तो लोग उसमे आना भी पसंद करते है और वह रहना भी पसंद करते है। लेकिन जब शहर में जगह जगह ही कूड़े के ढेर लगे हो तो सोचिए वह जाना कोण पसंद करेगा।

लक्ष्मी के आगमन के लिए घर की सफाई तो कर ली लेकिन शहर की सफाई का जिम्मा कौन लेगा???

जम्मा हुआ कूड़ा कई समस्याओं को जन्म देता है ,कई दिनों पड़े कूड़े में बीमारियाँ भी पनपती है। जो आज के समय में महामारी से भी ज्यादा खतरनाक है। जब हमने पुरे शहर का ब्यौरा लिया तो जाना की शहर की हालत बद्ध से बत्तर हो चुकी है।

जगह जगह कूड़ो के अम्बार लगी हुए है। सेक्टर 2 ,कुंदन कालोनी ,रघुबीर कालोनी ,बल्लभगढ़ ,बाई पास रोड ,खड़ी पूल इत्यादि फरीदाबाद के ऐसे कई इलाके है जहा से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसी गन्दगी के आस पास रह रहे लोगो का कहना है की बार बार शिकायत दर्ज करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया जाता और कूड़ा ऐसी तरीके से पड़ा रहता है और नयी नयी बीमारियों को जन्म देता है।