शहर में मौजूद सरकारी कार्यालयों की स्थिति काफी खराब है। नगर निगम सहित कई दफ्तरों में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। आए दिन संक्रमण के दर में इजाफा हो रहा है ऐसे में क्षेत्र वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम के साथ साथ क्षेत्र के ने सरकारी दफ्तरों में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। नगर निगम कार्यालय में आए दिन लोगों की आवाजाही लगी रहती है। सामाजिक दूरी का पालन करवाने के लिए निगम कार्यालय में जो गोले के आकार में चिन्न बनवाए गए थे वः अब गायब हो चुके है।
मुख्यालय में मौजूद कर्मचारी भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। दफ्तर में कार्यरत कर्मचारी एक दुसरे से सटकर बैठ रहे हैं। मुख्यालय में अब स्केनर, सेनिटाइजर, मास्क पहने और शारीरिक दूरी का नियम गायब हो चुका है। कुछ ही लोग मास्क पहने दिखाई देते हैं।
अन्य नियमों का पालन यहाँ नहीं हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक़ अधिकांश सरकारी दफ्तरों का बजट न होने से नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है। जिले में महामारी के मामले बेकाबू होते जा रहे हैं ऐसे में प्रशासन को आला कदम उठाने की जरूरत है।
साथ ही साथ आम जनता को भी समझने की जरूरत है कि व्यर्थ कारणों से घर के बाहर कदम न रखे जाएं। त्योहारों के समय पर बाजारों में लगी भीड़ ने भी महामारी के फैलने की चिंता को बड़ा दिया है। आए दिन क्षेत्र में 500 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और संक्रमण स्तर में इजाफा होता जा रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी नगर निगम कार्यालय में सामाजिक दूरी के नियमों का खंडन हो चुका है। कर्मचारी अपने आप में ही मस्त हैं और कोई भी महामारी के बढ़ते स्तर को लेकर चिंतित नहीं हो पाता। ऐसे में जरूरत है कि कार्य प्रणाली बिमारी की ओर सक्रीय हो जाए और नियम कायदों का पालन करें।
निगम कार्यालय में ज्यादातर लोग बिन मास्क लगाए घुमते हैं और कोई कर्मचारी भी रोक टोक नहीं लगाता। लम्बी लम्बी लाइने लगती हैं जिसमे सामाजिक दूरी की धज्जियाँ उड़ा दी जाती है। कुछ दिन पूर्व कोर्ट परिसर में हुए बार एसोसिएशन के चुनाव में भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो पाया था। ऐसे में जरूरी है प्रशासन इस पूरे मामले को ध्यान में रखते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई करें।