गले का फंदा बनता जा रहा है प्रदूषण, फरीदाबाद में मचा रहा है त्राहिमाम

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बीते दिनों शहर की हवा साफ़ हो गई थी, तकरीबन 40 दिन बाद क्षेत्र में सांस लेने लाय हवा का प्रवाह बहने लगा था। पर सोमवार को प्रदूषण ने क्षेत्र में पुनः अपने पैर जमाने शुरू कर दिए। 2 दिन प्रदूषण की मात्रा अपने नियंत्रण में रही परन्तु सोमवार को हवा में पुनः ज़हर फैलना शुरू हो गया।

केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक़ कल फरीदाबाद जिले का एक्यूआई बढ़कर 272 हो गया। बात की जाए रविवार की तो एक्यूआई का क्रमांक 234 था। महज़ 24 घंटों के भीतर प्रदूषण की मात्रा में इजाफा हो गया जिसने क्षेत्र की हवा को बदहाल बना दिया।

गले का फंदा बनता जा रहा है प्रदूषण, फरीदाबाद में मचा रहा है त्राहिमाम

दिल्ली – एनसीआर की आबोहवा काफी प्रदूषित हो चुकी है और उसका असर अब फरीदाबाद में भी देखा जा सकता है। प्रदूषण में बढ़ोतरी के साथ ही सोमवार को जिले के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं। वहीं दिवाली तक प्रदूषण के स्तर में बेतहाशा बढ़ोत्तरी के साथ एक्यूआई का स्तर भी गंभीर श्रेणी तक पहुंचा दिया था।

गले का फंदा बनता जा रहा है प्रदूषण, फरीदाबाद में मचा रहा है त्राहिमाम

पर दिवाली के अगले दिन हुई बारिश से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई थी जिससे क्षेत्र की हवा थोड़ी साफ़ हो गई थी। इससे प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में 200 अंक से भी नीचे पहुँच गया था। पर हफ्ते के अंत तक शहर की आबोहवा पुनः खराब होने लगी और क्षेत्र पुनः प्रदूषित हो गई।

गले का फंदा बनता जा रहा है प्रदूषण, फरीदाबाद में मचा रहा है त्राहिमाम

अगर आंकड़ों को ध्यान में रखा जाए तो 20 नवंबर को एक्यूआई का स्तर 297 था, लेकिन पिछले दो दिनों में एक्यूआई स्तर में लगातार गिरावट हुई। इससे रविवार को एक्यूआई 234 नापा गया। पर सोमवार को प्रदूषण ने क्षेत्र को पुनः जकड़ना शुरू किया जिसकी तर्ज पर प्रवोधन की मात्रा का विस्तार होने लगा जिससे जनता को काफी परशानी हो रही है।

गले का फंदा बनता जा रहा है प्रदूषण, फरीदाबाद में मचा रहा है त्राहिमाम

क्षेत्र में कोहरनुमा प्रोषण को देखा जा सकता है जो अब आवाम के लिए दर्द का सबब बनता जा रहा है। आपको बता दें कि बढ़ता हुआ प्रदूषण क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्गों के लिए गले का फंदा बन चुका है। आँखों में जलन के साथ लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि कार्य प्रणाली द्वारा आला कदम उठाए जाएं।