सामाजिक दूरी और मास्क से बढ़ानी होंगी नजदीकियां, डरकर नहीं डटकर करें महामारी का सामना : यशपाल यादव

0
427

महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने फरीदाबाद वासियों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। उपायुक्त ने फरीदाबाद में लोगों को बिमारी से बचाने के लिए किए जा रहे तमाम इन्तेज़ामात का ब्यौरा दिया है।

पहचान फरीदाबाद के साथ वार्ता में जुड़ने के बाद उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बिमारी की टेस्टिंग के लिए प्रखर रूप से कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद कार्य प्रणाली की ओर से कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कराई जा सके।

सामाजिक दूरी और मास्क से बढ़ानी होंगी नजदीकियां, डरकर नहीं डटकर करें महामारी का सामना : यशपाल यादव

साथ ही साथ उन्होंने क्षेत्र में बड़ रहे मरीज़ों के इलाज के लिए ज्यादा से ज्यादा बेड उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी की है। बीके अस्पताल को पूर्णतः महामारी के मरीजों की चिकित्सा के लिए प्रकाशित किया गया है। आपको बता दें कि यशपाल यादव का कहना है कि फरीदाबाद प्रणाली द्वारा पूर्ण रूप से यह कोशिश की जा रही है कि किसी भी मरीज़ को इलाज के लिए परेशानी का सामना ना करना पड़े।

सामाजिक दूरी और मास्क से बढ़ानी होंगी नजदीकियां, डरकर नहीं डटकर करें महामारी का सामना : यशपाल यादव

उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय लोगों के साथ साथ प्रवासियों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाएगा। इसकी तर्ज पर क्षेत्र से सटे तमाम बॉर्डरों पर बिमारी से जुड़ी जांच की जा रही है। जहां चिकित्सक बाहर से आ रहे लोगों की जांच में जुटे हैं और पूर्ण रूप से सुरक्षा के साथ लोगों की टेस्टिंग हो रही है।

सामाजिक दूरी और मास्क से बढ़ानी होंगी नजदीकियां, डरकर नहीं डटकर करें महामारी का सामना : यशपाल यादव

बिमारी के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त से जब क्षेत्र में सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया के बारे में पुछा गया, तब उन्होंने कहा कि कार्य प्रणाली सेनेटाइजेशन प्रक्रिया को लेकर काफी सक्रीय रही है। फरीदाबाद नगर निगम अपने तरीके से सरकारी महकमों को सेनेटाइजेशन कर रहा है।

सामाजिक दूरी और मास्क से बढ़ानी होंगी नजदीकियां, डरकर नहीं डटकर करें महामारी का सामना : यशपाल यादव

साथ ही साथ उन्होंने बताया कि बाकी सार्वजनिक स्थलों को व्यक्तिगत रूप से लोग सेनेटाइजेशन कर रहे हैं। होम क्वरेन्टीन होने वाले लोगों के घर के बाहर जब पोस्टर लगवाने को लेकर सवाल पुछा गया तब उपायुक्त ने बताया कि अभी सरकार की तरफ से ऐसा कोई फरमान सामने नहीं आया है।

साथ ही साथ उन्होंने बताया कि जिन घरों के बाहर यह पोस्टर लगते थे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा ऐसे में जरूरी है कि बिमारी से लड़ा जाए नाकि पीड़ित को घृणा की दृष्टि से देखा जाएं।