नगर निगम आर्थिक मंदी की मार कई अर्से से चल रहा है जहां निगम के पास रोजमर्रा के खर्च अंकुरित करने के लिए भी पर्याप्त फंड नहीं है। ऐसे में नगर निगम ने बकाया कर टैक्स और स्टैंप ड्यूटी वसूल करना पर शक्ति भरत ली है। नगर निगम में इतनी स्थिति को सुधारने के लिए उनका मर करते हुए यह निर्णय लिया है की बकाया कर न चुकाने पर संपत्ति की नीलामी की जाएगी।
फरीदाबाद नगर निगम के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक बैठक में 21 सितंबर 2020 तक ₹46 करोड़ बकाया संपत्ति कर की वसूली करने का लक्ष्य रखा है। निगमायुक्त डॉ यश गर्ग का कहना है कि निगम को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए बकाया संपत्ति कर की वसूली के लिए कदम उठाए जाएंगे। इतना ही नहीं डॉ. यश गर्ग ने बताया कि 1994 प्रावधानों के तहत सीलिंग की कार्यवाही करने के साथ ऐसी संपत्तियों को भी नीलाम करने के निर्देश दिए गए हैं।
हाल ही में फरीदाबाद नीलम बाटा फ्लाईओवर स्टेट सिंडिकेट बैंक को नगर निगम द्वारा सील कर दिया गया। पूछने पर वजह यह बताई गई किस सिंडिकेट बैंक पर नगर निगम का एक करोड़ रूपया टैक्स बकाया था। जिसको अन्य को नोटिस भेजने के बाद भी नहीं भरा गया। परिणाम स्वरूप नगर निगम को यह बड़ी कार्यवाही करनी पड़ी जिसके तहत बैंक को सील कर दिया गया।
नगर निगम इन दिनों फुल एक्शन मोड में नज़र आ रहा है और यही कारण है कि एक के बाद एक बड़ी कार्यवाई को अंजाम दिया जा रहा है। निगमायुक्त डॉ. यश गर्ग ने बताया कि बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि संपत्ति कर के ब्याज माफ़ी योजना का सोशल मीडिया, बैनर व मुनादी के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाए।
जिससे शहरवासियों को कर जमा करने में मिलने वाली छूट की जानकारी मिल पाए। इतना ही नहीं, कर की भरपाई की प्रक्रिया को शहरवासियों के लिए और भी सुलभ बनाने के लिए निगम के कार्यालयों में आये बिना भी घर बैठे ऑनलाइन कर जमा करवाने की सुविधा शुरू की गयी है।
http://online.ulbharyana.gov.in/eforms/PropertyTax.aspx लिंक पर जाकर जमा करवा सकते हैं।