नगर निगम और इकोग्रीन के कर्मचारी नगर में सफाई को लेकर बिल्कुल भी सतर्क नही हैं। बहुत समय से नगरवासी अपनी शिकायतें दर्ज करवा रहे है, लेकिन कर्मचारियो के द्वारा सफाई के लिए कोई कदम नही उठाये जा रहे हैं।
लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। काफी समय से एक ही जगह कचरे का ढेर इकट्ठा होने, नालों की सफाई और सड़कों पर हुए गड्ढे जैसी शिकायतें की जा रही हैं। लेकिन ये सारी शिकायते ज्यों की त्यों ही पड़ी हुई हैं।
लोग अपनी शिकायतें स्वच्छ हरियाणा एप पर लगातार कर रहे हैं, लेकिन समय पर न तो उनकी शिकायतें सुनी जा रहीं है और ना उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे है। वहीं लोगों के द्वारा एप को लेकर निंदा की जा रही है। कुछ लोग अपनी शिकायतें दर्ज ही नही कर पा रहे हैं। एक सरकारी एप पर केवल 3.3 रेटिंग है।
एक सरकारी एप लोगों की मुसीबतों को हल करने के लिए बनाया जाता है लेकिन देखा यह जा रहा है कि यहाँ सरकार को जनता की परेशानियों से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है। साथ ही कुछ लोगों का कमेंट करके कहना है कि सरकार जनता का पैसा बर्बाद कर रही है। निगमायुक्त ने इस मुद्दे से संबंधित कार्यकारी अभियंता की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताई है।
पिछले कुछ दिनों में स्वच्छ हरियाणा एप पर नगर निगम से संबंधित 1,536 शिकायतें आई थीं। जिसमें से 1,495 शिकायतों को निपटा दिया गया। लेकिन एक ही जगह कचरे का ढेर इकट्ठा होने, नालों की सफाई और सड़कों पर हुए गड्ढे जैसी 41 शिकायतें अभी तक लंबित पड़ी है।
वहीं जब निगमायुक्त ने रिपोर्ट मांगी, तो उन्हें पता चला कि लोगों के द्वारा की गई शिकायतों को दूर नही किया जा रहा है। नगर निगम के अधीक्षण अभियंता का कहना है कि शिकायतों को जल्द से जल्द हल करने का प्रयास किया जा रहा हैं। सभी संबंधित कार्यकारी अभियंता को आदेश दिया गया है कि वे स्वच्छ हरियाणा एप पर आ रहीं लोगों की शिकायतों को गंभीरता से लें और उनकी समस्याओं का निवारण करें।
Written By : Pinky Joshi