बढ़ती सर्दी के साथ तापमान निरंतर घटता जा रहा है। साल के सबसे सर्च 2 महीने दिसंबर और जनवरी माने जाते हैं। दिसंबर का महीना शुरू होते ही हरियाणा में ठंड का कहर बढ़ता जा रहा है। लगातार तीसरे दिन (कोल्ड वेव) जारी है। बता दें कि नवंबर के आखिरी सप्ताह में जिस तरह तापमान में रिकॉर्ड कमी रही। उसी तरह दिसंबर का आगाज भी ठंड के साथ हुआ है हरियाणा की वेदर अपडेट में नारनौल शहर हिमाचल से भी ठंडा और सर्द पाया गया।
ठंड के साथ ही शीट लेहेर का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। साथ ही, कोहरे ने भी लोगों की दिक्कत्तें बढ़ाने का बीड़ा उठाया हुआ है। कोहरे में दृश्यता महज 50 मीटर ही रही। जिसकी वजह से कई बार सड़क हादसे और दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है। वहीं प्रदूषण बढ़ने और वायु का गति कम होने से भी कोहरा घना रहा। मौसम विभाग ने दिसंबर में घना कोहरा और पाला पड़ने का पूर्वानुमान जारी किया है। कोहरे के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार तापमान में अब गिरावट का दौर जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान घटकर 10 डिग्री से नीचे आ सकता है। इसके अतिरिक्त अधिकतम तापमान भी जल्द ही 20 डिग्री से नीचे आ सकता है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि इस बार लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ज़रुरत है कि लोग अधिक सावधानी बरतें और सतर्क रहें।
कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो मौसम में जितनी ठंड भूलेगी उतना ही अच्छा गेहूं में फुटाव होगा विशेषज्ञों की माने तो ठंड गेहूं के लिए काफी फायदेमंद होती है और इससे कृषि भाइयों को काफी लाभ होगा। इतना ही नहीं बढ़ती ठंड के साथ ही बाजारों में गर्म कपड़ों की बिक्री भी तेज हो गई है।