प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने राज्य के पंचायती विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे पंचायती राज से जुड़े प्रतिनिधियों को अपडेट रखने के लिए आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी का प्रशिक्षण दें।
उन्होंने ग्राम पंचायतों के आम चुनाव के बाद पंचायतों के लेखा-जोखा का कंप्यूटरीकरण करने के भी निर्देश दिए ताकि पंचायत-फंड के दुरूपयोग को रोका जा सके तथा कार्यों में पारदर्शिता आ सके। वे वीरवार को चंडीगढ़ से ‘जिला पंचायत संसाधन केंद्रों’ का वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ करने के बाद हरियाणा के विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे।
डिप्टी सीएम ने विभाग के अधिकारियों को आह्वान किया कि वे 25 दिसंबर 2020 को सुशासन दिवस के अवसर पर आज शुरू किए गए ‘जिला पंचायत संसाधन केंद्रों’ में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये ‘जिला पंचायत संसाधन केंद्र’ प्रदेश में ग्रामीण विकास को एक नई दिशा देंगे।
दुष्यंत चौटाला ने जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के सुझाव पर सभी ‘जिला पंचायत संसाधन केंद्रो’ में एक-एक लाइब्रेरी स्थापित करने, हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा प्रत्येक जिला में दो मास्टर ट्रेनर नियुक्त करने के भी निर्देश दिए।
बता दें कि इससे पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण की गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इन केंद्रों में प्रशिक्षण के लिए एक ट्रेनिंग हॉल, कंप्यूटर-लैब व स्टॉफ के बैठने के लिए 3-4 कमरों की व्यवस्था की गई है। वहीं ‘जिला पंचायत संसाधन केंद्रो’ में शिक्षा विभाग के जिला अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्रों में कार्यरत एक-एक प्राचार्य को अतिरिक्त तौर पर जिला ट्रेनिंग कोर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया गया है।