बेटियों को उनका सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए हरियाणा सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। जिले के गांवों में अब जल्दी घर के बाहर बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगी देखी जाएगी। पहले की रूढ़िवादी परंपरा और मानसिकता से हटकर अब बेटियों के नाम से घर की पहचान होगी। इसके लिए जिला प्रशासन की पहल पर ग्राम पंचायत इस शुरुआत के लिए आगे आई है।
बता देंगी फरीदाबाद उपमंडल के एसडीएम जितेंद्र कुमार लगातार इस मुहिम को सफल बनाने के लिए प्रयासरत है। बता दें कि पहले चरण में 4 गांव चिन्हित किए गए हैं। यह 4 गांव हैं फरीदपुर राजपुर कला, दद्दा सिया और नौचाली इस नई मुहिम को लेकर ग्रामीणों और गांव वासियों को भी जागरूक किया जा रहा है। बता दें कि प्रशासन का ऐसे गांव पर भी फोकस है जहां लिंगानुपात कम है।
हरियाणा में बेटों के मुकाबले बेटियों की संख्या काफी कम पाई जाती है इसीलिए कई लोग बेटियों को बोझ समझ बैठते हैं। इस गलत और रूढ़िवादी मानसिकता को नकारते हुए प्रशासन अपनी ओर से बेटियों को उनका सम्मान दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इस नई मुहिम से उम्मीद की जा रही है कि नेम प्लेट से बेटियों को लेकर ग्रामीणों की सोच में परिवर्तन होगा।
इतना ही नहीं सरकार द्वारा दिए गए “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के नारे सिर्फ नारे ही नहीं रहेंगे बल्कि असल जीवन में भी इन पर अमल किया जाएगा। फरीदपुर की सरपंच सविता कौशिक का कहना है की बेटियों के नाम की नेम प्लेट घरों के बाहर लगवानी जल्द ही शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया के बारे में अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है और जल्दी अभियान शुरू किया जाएगा।
वहीं फरीदाबाद के एसडीएम जितेंद्र कुमार का कहना है सरकार द्वारा चलाई गई नीतियों खूब दिखाई दे रहा है। इस नई मुहिम के तहत प्रथम चरण में 4 गांव चिन्हित किए गए हैं। जहां पर बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगाई जाएगी ऐसा करने से समाज में बेटियों का योगदान और महत्व ग्रामीणों को भलीभांति समझाया जाएगा।