हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गीता महोत्सव हर बार धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव की अलग छटा देखने को मिलेगी गीता महोत्सव 2020 को यादगार हटके बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस बार ड्रोन कैमरे से एरियल व्यू में गीता जयंती के दिन ऐसा खास चित्र लिया जाएगा जिसमें 2 लाख दीपों में भगवान श्री कृष्ण की सुंदर आकृति, शंख और मोर पंख भी नजर आएंगे।
बता दें कि कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर पर इस तरह की आकृति डिजाइन करने का जिम्मा एनआईडी उमरी को मिला है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने वाला गीता महोत्सव 2020 के लिए कुरुक्षेत्र दुल्हन की तरह सजाया जाएगा। इतना ही नहीं जीटी रोड स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के वरिष्ठ अधिकारियों को कुरुक्षेत्र को सजाने और अन्य व्यवस्था देखने का जिम्मा दिया गया है। मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2020 में अधिक लोग सम्मिलित नहीं हो सकेंगे लेकिन वर्चुअल प्लेटफार्म और महाभारत कालीन 134 तीर्थों पर इस महापर्व की चकाचौंध जरूर देखे जा सकते हैं।
इतना ही नहीं ब्रह्मसरोवर पर 180000 गीता जन्मस्थली ज्योतिसर और पिहोवा सरस्वती तीर्थ के अलावा करनाल, कैथल, पानीपत और जींद जिले के एक-एक तीर्थ पर 18-18 हज़ार दिये गीता जयंती के उपलक्ष में प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय उत्सव की नोडल अधिकारी एवं सदस्य सचिव जी अनुपमा का कहना है कि गीता महोत्सव और भी शानदार और यादगार बनाने के लिए हेरिटेज लुक देने का भी प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि महोत्सव के लिए अभी तक गीता धाम द्वारा 2100, ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन द्वारा 1000, प्रजापति धर्मशाला द्वारा 1000, गुर्जर धर्मशाला द्वारा 1100, श्री वैश्य अग्रवाल पंचायत द्वारा 1000 और सैनी समाज द्वारा 1100 दीपक अपने खर्च पर जलाने का प्रस्ताव रखा गया है।