2019 में लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रोहतक पहुंची थीं। और हेलीकॉप्टर से उतरकर सीधे प्रमिला के गुलाबी आटो में बैठी थीं। वहां से लेकर शहर के प्रवेश स्थल तक प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रमिला के ऑटो की सवारी की थी।
शहर में जब महिलाओं के लिए गुलाबी ऑटो शुरू किए गए, तब प्रमिला पहली गुलाबी ऑटो चालक बनीं। जिसके बाद कारवां जुड़ता गया और अब 150 महिलाएं ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रही हैं।
शहर के बाबरा मुहल्ला की रहने वाली प्रमिला ने छह साल पहले गुलाबी ऑटो के साथ जिंदगी के सफर को शुरू किया था। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए उन्होंने ऑटो चलाने की ठानी। प्रमिला ने ऑटो चलाना सीखा और दक्षता हासिल की। प्रमिला को ऑटो चलाता देख कुछ और महिलाओं में हिम्मत जागी और उनका हौसला बढ़ा।
प्रमिला ने जब गुलाबी ऑटो चलाना शुरू किया तो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा सामाजिक संगठनों ने भी उनको प्रोत्साहित किया। अब प्रमिला अपनी टीम के साथ रोहतक के अलावा, हिसार, झज्जर, पानीपत और जींद में भी महिलाओं को ऑटो चलाने का प्रशिक्षण दे रही हैं।
विपरीत परिस्थितियों में हार न मानते हुए प्रमिला ने अपना सफर जारी रखा और आज वह दूसरी महिलाओं को भी ऑटो चलाने का प्रशिक्षण दे रही हैं। ताने देने वाले लोग अब प्रमिला के हौसले की दाद देते नहीं थकते। वह अब दूसरी बहन-बेटियों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं।