बॉलीवुड के पहले ‘सुपरस्टार’ राजेश खन्ना का आज जन्मदिन है। अगर आज राजेश खन्ना हमारे बीच होते तो वो 78 साल के हो चुके होते। राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में हुआ था। फ़िल्म इंडस्ट्री के सबसे खूबसूरत अभिनेता कहलाते थे राजेश खन्ना, जो अपनी दिलकश मुस्कान से लोगों के दिलों में घर कर जाते थे।
आज राजेश खन्ना हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके जन्मदिन को अपने जन्मदिन के साथ सेलीब्रेट करती हैं उनकी बड़ी बेटी ट्विंकल खन्ना। जी हां, 29 दिसंबर को ही ट्विंकल खन्ना का भी जन्मदिन होता है। राजेश खन्ना अपना जन्मदिन बड़ी बेटी ट्विकंल खन्ना के साथ मनाया करते थे।
आज ट्विंकल खन्ना 47 साल की हो गई हैं। राजेश खन्ना अपनी बेटियों से बेहद प्यार करते थे। डिंपल कपाड़िया के साथ राजेश खन्ना की शादीशुदा जिंदगी ज्यादा खुशहाल नहीं रही थी। दोनों शादी के 11 साल बाद ही एक-दूसरे से अलग रहने लगे थे। लेकिन अपनी दोनों बेटियों ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना पर काका बाबू जान छिड़कते थे।
यही वजह थी, कि जीवन के आखिरी दिनों में राजेश खन्ना अपनी विशाल संपत्ति बेटियों के नाम कर गए थे। राजेश खन्ना करीब 1000 करोड़ की संपत्ति के मालिक थे। कहा जाता है की राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत पहले ही तैयार करवा ली थी।
कहते हैं कि, दुनिया को अलविदा कहने से पहले राजेश खन्ना घर वालों के सामने अपनी वसीयत पढ़वाना चाहते थे। राजेश खन्ना की वसीयत को दामाद अक्षय कुमार, पत्नी डिंपल कपाड़िया और कुछ दोस्तों की मौजूदगी में पढ़ा गया था। इस वसीयत के मुताबिक, राजेश खन्ना ने अपनी तमाम जायदाद को दो बराबर हिस्सों में बांट कर दोनों बेटियों ट्विंकल और रिंकी खन्ना के नाम कर दिया था।
राजेश खन्ना की 1000 करोड़ की संपत्ति में उनका मशहूर बंगला ‘आशिर्वाद’, बैंक खाते और अन्य चल-अचल संपत्ति शामिल थी। खास बात ये है कि राजेश खन्ना ने अपनी जायदाद का छोटा सा भी हिस्सा राजेश खन्ना ने डिंपल या फिर 10 साल से उनके साथ रह रहीं महिला अनिता आडवाणी के नाम नहीं किया था।
हांलाकि अनिता आडवाणी ने राजेश खन्ना की संपत्ति में अपना हिस्सा हासिल करने के लिए कानूनी जंग भी लड़ी लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं आया। वहीं, राजेश खन्ना का मशहूर बंगला ‘आशिर्वाद’ भी उनकी बेटियों को आनन-फानन में बेहद कम कीमत में बेचना पड़ा था। ट्विंकल और रिंकी अपने पिता के इस बंगले को उनके एक म्यूज़िम में तब्दील करना चाहती थीं।
लेकिन बाद में उन्होने इस फैसले को बदलकर बंगले को 95 करोड़ की कीमत में बेच दिया। काका बाबू के उस आइकॉनिक बंगले को ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी शक्ति शेट्टी ने खरीदा था।
Written by: Kajal Singh