बदमाशों की अब खैर नही, पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने दिए कुछ ऐसे निर्देश।

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पुलिस आयुक्त कार्यालय में सभी जोन के पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त व थाना प्रभारियों के साथ आयोजित एक बैठक में पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने पुलिस अधिकारियों को शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने व पीड़ितों को न्याय दिलवाने के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए|

उन्होंने कहा कि पीड़ित की पूरी बात सुनकर आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई करें। अपराधी किस्म के लोगों से कानून के दायरे में रहकर सख्ती से निपटें व थाना प्रभारी अपने थाना क्षेत्र में चोरी को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।

अपने थाना मे साफ सफाई रखे अपनी एक पुलिस अधिकारी के रुप मे पहचान बनाऐ और सच्चाई का साथ दें और अपना चरित्र साफ सुथरा रखें। पुलिस अधिकारी द्वारा किए गए कार्यों से ही पता चलता है कि वह ऑफिसर कितना सक्रिय है।

पुलिस अधिकारी की छवि अच्छी होनी चाहिए और वह अपने काम में निपुण होना चाहिए। उसे किसी भी प्रकार की उत्तेजना में न आकर अपने दिमाग पर नियंत्रण रखना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में मुसीबत का डटकर सामना करना चाहिए।

थाना प्रभारी अपने इलाके का जिम्मेवार अधिकारी होता है। थाना प्रभारी को अपने थाना क्षेत्र के अलावा फरीदाबाद के गैंगस्टर के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। फरीदाबाद पुलिस मुख्यालय द्वारा गैंगस्टर की पूरी जानकारी एक डायरी के माध्यम से करके प्रत्येक थाने में उपलब्ध करवाई जाएगी।

फरीदाबाद में करीब 4 हजार अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। हर थाना प्रभारी कोशिश करें कि कम से कम दो आरोपियों को दबोचा जाए।

बदमाशों की अब खैर नही, पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने दिए कुछ ऐसे निर्देश।

श्री ओपी सिंह ने कहा कि एरिया में पुलिस प्रेजेंस दिखाई देनी चाहिए ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग किसी वारदात को अंजाम न दे पाए और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए। अपने अच्छे कार्य के बारे में लोगों को बताना चाहिए ताकि उन्हें पता चल सके की पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए क्या-क्या कार्य कर रही है।

श्री सिंह ने सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को लोभ लालच से दूर रहकर इमानदारी से अपना कर्तव्य निभाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि ध्यान रखें कि मुफ्त की चीज बहुत महंगी पड़ती है।

पुलिस अधिकारी अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों से उनके दुख तकलीफ के बारे में भी बातचीत करें ताकि उन्हें अच्छा महसूस हो और उनमें आत्मविश्वास बढ़ सके जिससे वह अपना कर्तव्य अच्छे ढंग से निभा सके।

अंत में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यदि वह स्वस्थ रहेंगे तभी कार्य को अच्छे से कर सकेंगे। यदि उनका शरीर और दिमाग स्वस्थ रहेगा तो है निश्चित तौर पर ही जीत हासिल की जा सकती है। इसी के साथ ही बैठक का समापन किया गया।