बगुलों की मृत की जांच के लिए सैंपल जलंधर भेजे , रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा मृत के कारणों का

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एनआइटी 5 नंबर स्थित मीट मार्किट में सोमवार को दो बगुलों के मृत मिलने से लोगों में भय बना हुआ है। मृत बगुलों की सूचना पर वन जीव एवं पशु पालन विभाग के अधिकारी को दे दी।

जिसके बाद सब इंस्पेक्टर चरण सिंह ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की। जांच पड़ताल के बाद मृत बगुलों के सैंपल जालंधर आरडीडी लैब में भेजा गया है। जहां से एक सप्ताह में रिपोर्ट आने की संभावना है।

बगुलों की मृत की जांच के लिए सैंपल जलंधर भेजे , रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा मृत के कारणों का


इंसानों में महामारी के बाद पक्षियों में बर्ड फ्लू को खतरा बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि पक्षियों की हर स्थिति पर वन विभाग ने नजर रखी हुई है। यही कारण है कि मृत बगुले मिलने की सूचना पर अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और पूरे परिसर में दवाई का छिड़काव किया गया। लेकिन अभी जिले में इसको लेकर कोई भी मामला सामने नहीं आया है। सरकार की ओर से बन विभाग को गाइडलाइंस जारी कर दी है कि वह पक्षियों पर नजर बनाए रखे।

बगुलों की मृत की जांच के लिए सैंपल जलंधर भेजे , रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा मृत के कारणों का


वन विभाग के सब इंस्पेक्टर चरण सिंह ने बताया कि महामारी के बाद अब बर्ड फ्लू को सरकार की ओर गाइडलाइंस आ चुकी है। जिसको लेकर विभाग सर्तक हो चुका है। उन्होंने बताया कि सोमवार को दो बगुले एनआईटी 5 नंबर में मीट मार्किट के पास मरे हुए मिले। जिसके बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची। जहां उन्होंने पाया कि दो बगुले मरे हुए है। जिसके बाद उनकी टीम ने उनको डिस्पोज कर दिया। डिस्पोज करने के बाद उनके मृत्यु की जांच करने के लिए सैंपल जलंधर भेजे गए है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता चलेगा। उन्होंने बताया कि बगुलों की मृत्यु बर्ड फ्लू के तहत हुई है ऐसा कहना गलत होगा। क्योंकि बर्ड फ्लू को कोई भी सबूत अभी मिला नहीं है।

किसी भी जानवर को हो सकता है बर्ड फ्लू


सब इंस्पेक्टर चरण सिंह ने बताया बर्ड फ्लू पक्षियों में पाए जाते है। यह जरूरी नहीं है कि बर्ड फ्लू सिर्फ चिकन में पाया जाता है। क्योंकि अगर चिकन में बर्ड फ्लू पाया जाता है तो उस चिकन के संर्पक में आने वाले अभी जानवर व पक्षियों को भी बर्ड फ्लू हो जाएगा। क्योंकि जानवरों को समुह एक साथ खाना खाते है व पानी पीते है।