सरकार ने जिले में परिवार पहचान पत्र बनाना बहुत जरूरी कर दिया हैं, सरकारी योजना का लाभ उठाना हो या कोई भी सरकारी काम कराना हो उसके लिए परिवार पहचान पत्र होना अनिवार्य हो गया हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए निगम के उपायुक्त यशपाल यादव जी ने परिवार पहचान पत्र से जुड़े कार्यो की समीक्षा ली।
जिले में परिवार पहचान पत्र के तहत चल रहे कार्यो की समीक्षा उपायुक्त यशपाल यादव द्वारा बुधवार को ली गयी। जिसमे उन्होंने बताया की जिले में अभी 10 लाख 49 हज़ार 123 परिवारों लोगो का डाटा अपडेट होना हैं ,जिसमे से अभी 4 लाख 68 हज़ार 170 परिवार का ही डाटा अपडेट हुआ हैं। अभी 5 लाख 80 हज़ार 953 परिवारों का डाटा अपडेट होना बाकि हैं।
बचे हुए परिवारों के अपडेट के लिए उपायुक्त ने सभी आंगनबाड़ी, आशा वर्करो व अटल सेवा केंद्र को जल्दी कार्य करने के निर्देश दिए और साथ ही परिवार पहचान पत्र बनाने में अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों को बधाई भी दी। डीसी द्वारा अधिकारियों को निर्दश दिए गए की वह अपने कर्मचारियों को डाटा मोहैया करने के लिए निर्देश दे जिसके लिए उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया।
सरकारी पोर्टल पर अक्सर लोग अपनी शिकायते दर्ज़ करते रहते हैं जिसकी कोई सुनवाई नहीं होती इस परेशानी को लेकर लोगो ने अपनी बात रखी तो इस बात को ध्यान में रखते हुए जल्दी से तमाम सरकारी पोर्टल पर आने वाली शिकायतों को सम्बंधित विभागों को गंभीरता से लेने को कहा और जल्दी से जल्दी उन्हें निपटाने के लिए कहा गया। शिकायतों को समय पर समाधान करने के बाद उनकी रिपोर्ट पोर्टल पर ही अपलोड करने के निर्देश दिए गए।
सीएम विंडो पर आने वाली सभी शिकायतों की उपायुक्त ने क्रमवार ढंग से समीक्षा ली और जिनकी शिकायते लंबित थी उन विभागों को जल्द से जल्द समयबद्ध ढंग से निपटारा करने की हिदायत दी। बैठक में यशपाल यादव के अतिरक्त उपायुक्त सतबीर मान ,एसडीएम फरीदाबाद जितेंदर कुमार , एसडीएम बल्लभगढ़ अपराजिता, एसडीएम बड़खल पंकज सोतिया , नगराधीष मोहित कुमार ,आरटीए जितेंदर गहलावत , मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी रुपाला सक्सेना सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।