फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ना देखती सर्दी ना गर्मी, काम के प्रति रहती है संलग्न

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    सेवा सदभाव सुरक्षा की भावना से शहर के हर नाके व चौराहे पर 24 घंटे तैनात आम जनता की सेवा में लगे रहते है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि जो हमारे रक्षा करने के लिया हर समय खड़े रहते है। तो उनके लिया हमारे मन में कभी भी कोई इज़्ज़त नहीं करते हैं। हम बात कर रहे हैं फरीदाबाद पुलिस की।

    जैसे कि आपको पता है कि गर्मी हो या सर्दी हर वक्त पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। परंतू फ़िर भी लोग उनको उस सम्मान की नजर से नहीं देखते हैं, जिसके वो हक़दार हैं। लोग नियमों का उल्लंघन इस प्रकार करते हैं जैसे नियम उनकी सुरक्षा के लिए नही बल्कि उनके नुकसान के लिए हो।  

    फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ना देखती सर्दी ना गर्मी, काम के प्रति रहती है संलग्न

    पुलिस वालों ने बताया कि रेड लाइट के बने हुए नियमों को तोड़ देते हैं। जब पुलिस उनको रोकती हैं तो वह रोब जमाते हुए नज़र आते हैं। यह भी नहीं सोचते कि यह नियम उनकी सुरक्षा के लिए बने हैं, तो हमे इनका अच्छे से पालन करना चाहिए। नियम तोड़ने से पहले 2 बार सोचे क्योंकि दुर्घटना से देरी भली।

    तिगांव चौक पर तैनात पुलिस कर्मी ने बताया कि कुछ दिनों से सर्दी जयादा हो रही है उसके चलते सुबह के समय ट्रैफिक लाइट दिखाए नहीं देते हैं। जिसकी वजह से सुबह के समय उनको रेड लाइट पर तैनात रहना पड़ता हैं। उसके बावजूद भी लोगों के द्वारा रूल फॉलो नहीं किया जाता। जिसकी वज़ह से उनको काफी परेशानी होती है।

    फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ना देखती सर्दी ना गर्मी, काम के प्रति रहती है संलग्न

    आम जनता ने ट्रैफिक पुलिस की छवि के बारे में तो बहुत सुना होग। लेकिन इसी छवि को सकारात्मक लोगो के सामने बदलने के लिए पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह एक मुहिम शुरू की हैं। जिसमे सिग्नल से गुजरने वाले व्यक्ति को अगर रोका जाता है, तो उन्हें सर या मैडम करके संबोधित करेंगे। परन्तु लोग संबोधित करने की वजह उनसे सीधे मुँह बात तक नहीं करते। चालान काटने पर विधायक से बात करने को कहते हैं बोलते हैं कि चाचा विधायक है। उसके बावजूद भी पुलिस उनके चालान को नहीं काटती हैं।

    पुलिस वालों का कहना हैं कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिया बनी हैं ना की उनकी दुश्मन हैं। उन्होंने बताया की कही बार वो युवाओ के चालान भी नहीं काटते है। उन्होंने बताया कि पुलिस वाले तो पाठशाला का इस्तेमाल करते है लेकिन लोगो के लिया भी पाठशाला होनी चाहिए।

    फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिस ना देखती सर्दी ना गर्मी, काम के प्रति रहती है संलग्न

    महामारी के दौरान कितने ही पुलिस कर्मी ने अपने जान गवाही है। लेकिन उसके बावजूद भी लोगों ने महामारी के दौरान उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने बताया कि महामारी के दौरान मास्क को लेकर चालान काटे जा रहे थे। तब भी लोगों के द्वारा फ़ोन पर बात करवाते हैं। उन्होंने बताया की फ़ोन आने के बाद उनका चालान काटा नहीं जाता है। पुलिस अपना काम हर समय करती है लेकिन लोगों को पुलिस की सहायता करनी चाहिए।