देश भर में कोरोना का कहर है। जहां कुछ लोग मनमानी करते हुए लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं वहीं कुछ लोग लॉकडाउन के पालन की मिसाल भी कायम कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला फरीदाबाद के तिरखा कॉलोनी का सामने आया है। यहां लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए नव दंपति सात फेरों के बंधन में बंधे।
लॉक डाउन के कारण उत्तर प्रदेश के एक परिवार की दो बेटियों की शादी रुक गई। जानकारी के अभाव के कारण सरकारी मंजूरी ना मिल पाने के कारण ज्यादा समस्या हो रही थी। राष्ट्रीय जाट एकता मंच ने दोनों बहनों की शादी का जिम्मा उठाया।
शनिवार को तिरखा कॉलोनी में दो लड़कियों की शादी सम्पन्न हुई। उत्तर प्रदेश के भठ्ठा परसौल के रहने वाले छजुआ ने बताया कि उनकी दो पोतियों प्रीति व राखी की शादी 17 मई को तय हुई थी
लेकिन लॉक डाउन के कारण शादी होने में दिक्कत हो रही थी। जानकारी न होने के कारण उन्हें मंजूरी मिलने में ही परेशानी हो रही थी। राष्ट्रीय जाट एकता मंच के अध्यक्ष संदीप बहादरपुर ने बताया कि उन्होंने इलाके के पार्षद व अन्य सामाजिक लोगों के साथ मिलकर परिवार वालों को प्रशासन से मंजूरी दिलवाई व सामाजिक दूरी का पालन करते हुए विवाह सम्पन्न कराया गया। दोनों पक्षों से केवल पांच पांच लोग ही शामिल किए गए। इस दौरान वार्ड 36 के पार्षद दीपक यादव और आरडब्लूए के प्रधान बालकिशन व अजय भाटी भी मौजूद रहे।