HomeFaridabadजेल कैदियों को मिला एक और तोहफा, अब नही जाना पड़ेगा सिविल...

जेल कैदियों को मिला एक और तोहफा, अब नही जाना पड़ेगा सिविल अस्पताल

Published on

जेल में बंद कैदियों को अब एक और नई सुविधा मिलने जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिविल अस्पताल में ई- संजीवनी सेवा के तहत मरीजों को ऑनलाइन सलाह देनी शुरू की गई है। इसी तर्ज पर नीमका जेल में भी ई- संजीवनी स्टूडियो तैयार कर लिया गया है। जल्द ही यहां पर ऑनलाइन ओपीडी सेवा शुरू कर दी जाएगी।

दरअसल, 2021 नीमका जेल के लिए खुशखबरी साथ लाया है। एक तरफ जहां जेल में रेडियो स्टेशन की शुरुआत हो रही है वही अब नीमका जेल में कैदियों को स्वास्थ्य सेवाएं भी ऑनलाइन दी जाएगी। यह सुविधा ई- संजीवनी सेवा के तहत कैदियों को दी जाएगी।

जेल कैदियों को मिला एक और तोहफा, अब नही जाना पड़ेगा सिविल अस्पताल

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फरीदाबाद जिले के सिविल अस्पताल में वीडियो कॉल के माध्यम से ओपीडी सेवाएं दी जा रही है। डॉक्टर अपनी सामान्य ओपीडी पूरी करने के बाद मरीजों को ऑनलाइन देखते है और उन्हें जरूरी डॉक्टरी सलाह देते है। इसके लिए सिविल अस्पताल में अलग से स्टूडियो तैयार किया गया है। अभी तक इसके लिए 18 डॉक्टर्स को रजिस्टर्ड किया गया है। अब जल्द ही नीमका जेल में भी ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी जाएगी। जेल में स्टूडियो तैयार हो चुका है।

ये होगा फायदा
ऑनलाइन ओपीडी सेवाएं मिलने के बाद कैदियों को सिविल अस्पताल आने की जरुरत नही पड़ेगी। डॉक्टर ऑनलाइन ही कैदियों को जरूरी डॉक्टरी सलाह दे सकेंगे वही अगर बात की जाए अन्य मरीजों की तो इस ऑनलाइन व्यवस्था से आम मरीजों भी काफी परेशानियों का सामना नही करना पड़ेगा। ज्यादातर देखा जाता है कि सिविल अस्पताल में मरीज बीमार है फिर भी वह कतार में लग कर अपना इलाज करवाता है।

जेल कैदियों को मिला एक और तोहफा, अब नही जाना पड़ेगा सिविल अस्पताल

ई- संजीवनी के तहत मरीज को कतार में लगने की आवश्यकता नही होगी, वह घर बैठे वीडियो कॉल के माध्यम से ही डॉक्टर से सलाह ले सकेगा। इस व्यवस्था से आगामी दिनों में कतार से भी छुटकारा मिल सकता है।

Written by Rozi Sinha

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...