किसान आंदोलन को लेकर कल फरीदाबाद पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प हो गयी। फरीदाबाद में गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन उग्र हो गया। जिले में कल स्थिति काफी गंभीर थी लेकिन आज हालात सामान्य हैं। यहां दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने सीकरी में बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान ट्रैक्टर लेकर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे तो पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
किसानों ने लगातार कल उग्र बर्ताव दिखाया है। दिल्ली की बात करें या फिर किसी अन्य क्षेत्र की कल स्थिति चिंताजनक बनी हुई थी। कल इस घटना में कई किसान घायल हुए हैं और 2 दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
आज फरीदाबाद की सड़कें सामान्य हैं। किसानों का जमावड़ा अभी शांत दिखाई दे रहा है। फरीदाबाद के जिला मैजिस्ट्रेट यशपाल ने भारतीय किसान यूनियन द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के मद्देनजर जिला में जिला ने किसी भी तरह के तनाव, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, जनहानि की आशंका के चलते धारा 144 लागू करने के आदेश जारी किए थे।
कल धारा 144 लागू की गयी थी। इंटरनेट सेवा भी अस्थाई रूप से थोड़ी बंद है। इस आंदोलन को लेकर फरीदाबाद पुलिस ने पूरे शहर में सभी प्रमुख सड़कों पर घेराबंदी कर रखी थी। सीकरी में भी बैरिकेड लगाकर नेशनल हाईवे को एक लाइन खोला गया था।पलवल में बैठे मध्य प्रदेश राजस्थान और पलवल के कुछ किसान चोरी-छिपे ट्रैक्टर-ट्रॉली गांव के रास्ते से होते हुए नेशनल हाईवे सीकरी की ओर बढ़ रहे थे।
हिंसा का मार्ग लेकर आगे बढ़ रहे किसान आखिर क्या मांग साबित करवाना चाहते हैं किसी को समझ नहीं आ रहा है। किसान अपने हिंसक रवैया से अपने प्रति प्राप्त सहानुभूति को कुचल रहे हैं। लोग लगातार अब ऐसा सोच रहे हैं कि किसान गलत हैं। कल फरीदाबाद पुलिस ने उन्हें रोककर समझाने का प्रयास किया, लेकिन ट्रैक्टर रैली में शामिल किसान कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।
फरीदाबाद में कल किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर बैरिकेड्स के आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। कल जब नेशनल हाईवे की दोनों लेन पर खड़े भारी वाहनों को पार करने के लिए जब किसान हाईवे के डिवाइडर से ट्रक्टरों को आगे ले जाने की कोशिश कर रहे थे और पुलिस के जवान ट्रैक्टर के सामने खड़े होकर रोकने की कोशिश कर रहे थे तो इसी बीच एक पत्थर भीड़ के बीच आकर गिरा।