अगर आप बड़े होकर डाॅक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको उसके लिए नीट के पेपर में टाॅप के नंबर लाने होंगें। क्योंकि हरियाणा के नंबर वन फरीदाबाद स्थित ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में एडमिशन के लिए टाॅप के अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स का ही हो रहा हैं। क्योंकि इस काॅलेज में साल 2021-22 के बैच में भी नीट के टाॅप रैंक वाले स्टूडेंट्स का ही एडमिशन हुआ है।
एनआईटी 3 नंबर स्थित ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज व अस्पताल के रजिस्ट्रार डाॅक्टर ए.के. पांडे ने बताया कि हरियाणा में कई मेडिकल काॅलेज काफी पुराने हैं लेकिन उनके बावजूद भी उनका काॅलेज पहले स्थान पर हैं। उन्होंने बताया कि पीजीआई रोहतक काॅलेज पहले नंबर वन पर था। लेकिन जब से ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज की सेवाएं बहेतर हुई है। तब से उनके काॅलेज में आने वाले स्टूडेंट्स की रैंक भी हाई हो गई हैं । उन्होंने बताया कि उनके काॅलेज हरियाणा में पहले स्थान पर है। जिसमें साल 2021-22 के बेच में राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा में टाॅप की रैंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट का एडमिशन हुआ है।
उन्होंने बताया कि आल इंडिया रैंक की बात करें तो जनरल सीट सबसे हाईयेस्ट 668 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट का एडमिशन हुआ है। वहीं ओबीसी सीट पर 636 अंक, एससी सीट पर 554 अंक व एसटी सीट पर 518 अंक प्राप्त करने वालों को एडमिशन हुआ है। वहीं कर्मचारी राज्य बीमा निगम मेडिकल कॉलेजों के वार्ड्स ऑफ इंश्योरेंस पर्सन्स के लिए आरक्षित सीटों में जनरल सीट पर सबसे हाईएस्ट 622 अंक प्राप्त करने स्टूडेंट का हुआ एडमिशन। वहीं ईडब्ल्यूएस की सीट पर 638 अंक , ओबीसी की सीट पर 597 अंक, एससी की सीट पर 498 अंक और एसटी की सीट पर 445 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स का एडमिशन हुआ है।
अगर हम स्टेट लेवल की बात करे तो उसमें भी ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज में एडमिशन प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स की कट ऑफ सबसे हाईएस्ट गई है। जनरल सीट की बात करें तो सबसे हाई 656 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेट का एडमिशन हुआ है। वहीं ईडब्ल्यूएस की सीट पर सबसे हाई 638 अंक, बीसीबी सीट पर 636 अंक, बीसीए सीट पर 632 अंक, एससी पर 562 अंक और एससी वंचित सीट पर 556 अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स का एडमिशन हुआ है। उन्होंने बताया कि यह सभी हाईएस्ट अंक है जिनका एडमिशन उनके काॅलेज में हुआ।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा नीट का पेपर 720 अंको का होता हैं । जिसमें से उनके यहां पर सबसे ज्यादा या फिर यूं कहें की हाई अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स का एडमिशन हुआ है। उन्होंने बताया कि हाई अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स जब नीट का परिणाम आने के बाद टाॅपर स्टूडेंटस की काॅलेज लिस्ट में सबसे पहले एनआईटी 3 नंबर स्थित ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज का पहले स्थान पर रखते हैं । उन्होंने बताया कि यह काॅलेज साल 2015 में शुरू हुआ है। जिसके बाद से काॅलेज में हर साल कोई न कोई नहीं चीज या फिर यूं कहें नई उपलब्धि देखने को मिलती है। उन्होनें बताया कि पहले उनके अस्पताल में आईसीयू की सेवा पीपीपी माॅडल के तहत चल रही थी। लेकिन अब उनके द्वारा खुद की आईसीयू को शुरू किया गया है। इसी वजह से नीट का पेपर देने वाले स्टूडेंट्स की पहली प्रथामिकता ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज ही रहती है। उनके यह पर हर साल 125 स्टूडेंट्स का एडमिशन होता हैं । जिसमें से 19 सीटें आल इंडिया की, 67 सीटें स्टेट लेवल की और 43 सीटें ईएसआईसी वार्ड्स ऑफ इंश्योरेंस पर्सन्स की होती हैं। सभी सीटों पर एडमिशन फुल हो गया है।
डाॅक्टर ए के पांडे ने बताया कि हर साल उनके काॅलेज व अस्पताल में कोई न कोई नई चीजों को शुरू किया गया। जिससे आने वाले स्टूडेंट्स को काफी फायदा होता है।