हरियाणा लगातार ऐसे पहलवान देश को देता आया है जिन्होनें भारत का नाम पूर्ण विश्व में रौशन किया है। बात अगर करें, भारत देश की उभरती हुई महिला पहलवानों में शामिल हरियाणा की सोनम मलिक की तो उन्होंने उस वक्त सभी को हैरान कर दिया, जब उनके दांव पर रियो ओलिंपिक-2016 की ब्रॉन्ज मेडल विनर साक्षी मलिक चित हो गईं।
उत्तर प्रदेश के विख्यात शहर आगरा में हो रही 23वीं सीनियर नेशनल महिला कुश्ती चैम्पियनशिप के आगाज में को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। सोनम ने महिलाओं की सीनियर नैशनल रेसलिंग चैंपियनशिप के 62 किलोग्राम भारवर्ग में साक्षी को 7-5 से हराकर गोल्ड जीता है।
सोनम ने साक्षी को हराकर उसका नेशनल चैम्पियन बनने का सपना तोड़ दिया। सोनम मलिक ने ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक को मात देकर अपना राष्ट्रीय खिताब बरकरार रखा। सोनम की साक्षी पर ये लगातार तीसरी जीत है। उन्होंने 2020 में एशियन चैम्पियनशिप और एशियन ओलिंपिक क्वालिफायर में भी साक्षी को पटखनी दी थी।
इस फाइट की बात करें तो रेलवे के लिए खेलने वाली साक्षी ने पिछली हारों से सीख लेते हुए आक्रामक शुरुआत की थी। हारने पर साक्षी की आंखों में आंसू छलक उठे। लड़ामदा में दो दिवसीय सीनियर नेशनल महिला रेसलिंग चैंपियनशिप में देश की शीर्ष खिलाड़ियों ने दांव-पेच आजमाएं। सोनम ने साक्षी को अपने राइट आर्म लॉक के दम पर हराया। सोनम का दायां हाथ ही दो साल पहले लकवाग्रस्त हुआ था। इस दाएं हाथ की वजह से ही कभी उनका करियर शुरू होने से पहले ही दांव पर लग गया था।
सोनम को भारतीय रेसलिंग का नया सितारा माना जा रहा है। 23वीं सीनियर नेशनल महिला कुश्ती चैम्पियनशिप का पहला दिन हरियाणा की पहलवानों के नाम रहा। पहले दिन का सबसे बड़ा उलटफेर ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक की हार रही।