वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। लोग इस के नाम से भी डरने लगे हैं। कोरोना के कारण लोगों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस महामारी से निपटने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा बनाए लॉक डाउन के नियमों का पालन अति आवश्यक है। देश में चौथे लॉक डाउन के बाद उद्योग धंधों के खोलने की अनुमति दी जा चुकी है और अब न्यायालय में भी काम शुरू कर दिया गया है।
जिला अदालत फरीदाबाद के सेशन जज साहब एवं डी एल एस ए के सचिव एवं सीजेएम साहब मंगलेश कुमार चौबे द्वारा न्यायालय में कोविड – 19 से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयारियां की जा चुकी हैं। अधिवक्ता संगीता भारी रावत ने कोविड – 19 से बचाव करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि जिला न्यायाधीश बार-बार अपनी ड्यूटी दे रहे हैं और सभी अधिवक्ता लगातार अपने क्लाइंट के पास जा रहे हैं। ऐसे में डी एल एस ए टीम जो कि लगातार समाज सेवा में लगी हुई है, प्रयास कर रही है कि कोविड 19 से बचाव कर इस महामारी को मात दे सकें।
कोविड – 19 से बचाव के लिए आज 20 मई 2020 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश दीपक गुप्ता ने सारी तैयारियों का जायजा लिया। जिला अदालत तक पहुंचने के लिए 5 एन्ट्री पॉइंट्स बनाए गए हैं। 3 पॉइंट्स पर ऑटोमेटिक हैंड सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है। जबकि 2 पॉइंट्स पर पैर से ऑपरेट करने वाली सैनिटाइज मशीन लगाई गई है। बाकी सारे एंट्री पॉइंट्स बंद कर किए गए हैं।
प्रत्येक प्रवेश द्वार पर कोर्ट स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। इनकी ड्यूटी अंदर आने वाले हर व्यक्ति को सैनिटाइज करने की है। बिना मास्क पहने व हाथों के बिना सैनिटाइज किए न्यायालय में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। एनसीएफ की मदद से न्यायालय परिसर को सैनिटाइज किया गया है। 4 सैनिटाइजर मशीन कोर्ट स्टाफ को भी दी गई है। जिसकी मदद से न्यायालय को खुलने से पहले देने व बंद होने के बाद सेटिटाइज किया जा सके। निम्न कार्रवाई का निरीक्षण दीपक गुप्ता एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है।