जिले में लगातार गंदगी बढ़ती जा रही है। शहर में मिट्टी लगातार बढ़ती जा रही है। 1 मार्च से होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंकिग पाने को नगर निगम निजी संस्थाओं का सहयोग ले रहा है। गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करके खाद बनाने का प्रयास किया जा रहा है, तो इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। कचरा एकत्र करने के लिए बाजारों में रात की पाली में वाहन जाने लगे हैं।
नगर निगम लोगों को भी गंदगी के प्रति जागरूक कर रहा है। शहर में गंदगी बढ़ने के कारण क्या हो सकते हैं इसका जवाब निगम के अधिकारीयों के पास भी नहीं है।
फरीदाबाद में 1 मार्च से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा रहा है। हर वार्ड की गलियों में गंदगी बढ़ती जा रही है। अभी तक शहर से प्रतिदिन करीब 800 टन कचरा निकलता है। करीब 250 टन गीला कचरा निकलता है। शहर के खत्तों पर कचरा फैला हुआ है। अलग-अलग क्षेत्रों में कचरा एकत्र करने के काम में लगे निजी रिक्शा भी चालक इधर-उधर चौक-चौराहों पर कचरा डाल देते हैं।
शहर में बढ़ती गंदगी से प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में भी काफी तकलीफ होती है। नगर निगम का मकसद है कि गीले कचरे से खाद बनाई जाए। अभी तक इकोग्रीन कंपनी की ओर से शहर के 40 वार्डों में दिन में घर-घर से कचरा एकत्र किया जा रहा है, मगर किसी भी वार्ड में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र नहीं हो पा रहा है।
जिले में लोग बिना किसी डर के गैरज़िम्मेदाराना तरीके से लोग कचरा फेंक देते हैं। नगर निगम ने हालांकि लोगों की सुविधा के लिए दिसंबर, 2017 में इकोग्रीन कंपनी से अनुबंध किया था। इकोग्रीन घर-धर से कचरा एकत्र करती है।