सेामवार 8 फरवरी को फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोवैक्सीन लगनी शुरू हो गई थी। जिसमें जिले के सभी फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोवैक्सीन लगाई जाएगी। दूसरे चरण की शुरूआत सीपी ओ पी सिंह द्वारा कोवैक्सीन को लगवा कर की गई।
सी पी ओ पी सिंह के बाद जिले के कई उच्च अधिकारियों के द्वारा वैक्सील लगाई गई। लेकिन वैक्सीन को लगवाने के बाद जिले के कई पुलिसकर्मी सहित उच्च अधिकारियों की हालत बिगड़ती जा रही है।
पुलिसकर्मी ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि उन्होंने 8 फरवरी को कोवैक्सीन लगाई थी। जिसके बाद उनको आधे घंटे के लिए आब्जर्वेशन रूम में रखा गया। लेकिन उस समय उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। उसके बाद वह अपनी अपनी ड्यूटी पर कार्य करने पहुंच गए। लेकिन कुछ घंटे बीत जाने के बाद उनको बुखार होने लगा।
जिसके बाद सभी पुलिसकर्मी ने बुखार की दवाईयां लेनी शुरू कर दी। लेकिन दवाई लेने के बाद भी उनका बुखार कम नहीं हुआ। पुलिसकर्मी ने बताया कि बुखार के अलावा जिस हाथ पर उनके द्वारा कोवैक्सीन लगाई गई है वह हाथ में काफी दर्द भी है और वह हाथ भी उठ नहीं रहा है।
पुलिसकर्मी के साथ साथ कई उच्च अधिकारियों को भी परेशानी हो रही है।
वहीं नोडल ऑफिसर डाॅक्टर रमेश का कहना है कि वैक्सीन लगाने के बाद दो से तीन दिनों तक बुखार आना आम बात है। इसके अलावा कुछ लोगों को बाॅडी में पेन की शिकायत भी मिल सकती है। बुखार और दर्द को ठीक होने में कम से कम तीन दिन का समय लगता है। अभी उनके पास कोई जानकारी नहीं आई है कि किसी को कोई गंभीर परेशानी हुई है। लोगों के फायदे के लिए ही सरकार के द्वारा यह वैक्सीन लगाई जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को आगे आकर वैक्सीन को लगवानी चाहिए।