दिल्ली से सटे फरीदाबाद में सोमवार को सुबह बीके अस्पताल में जब हड़कंप मच गया। जब पुलिस फोर्स अस्पताल की छानबीन करने लग गई। वहां मौजूद मरीज व उनके परिजनों को आश्वासन दिलाया गया कि बम्ब की अफवाह है। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना एनआईटी में ई-मेल के जरिए सूचना मिली थी कि बीके अस्पताल में बम रखा हुआ है। जिसके बाद थाना एनआईटी ने इसकी सूचना तुरंत एनआईटी तीन नंबर चौकी के इंचार्ज एसआई सोहन पाल को दी।
एसआई सोहन पाल द्वारा अपनी टीम के साथ बीके अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने बीके अस्पताल के इमरजेंसी से लेकर ओपीडी व अन्य फ्लोर पर पूरी तरह से जांच की। लेकिन पुलिस को किसी तरह का कोई बम या उससे संबंधित कोई भी सामान नहीं मिला। पुलिस ने वहां मौजूद परिजनों और मरीजों को आश्वासन दिया कि पुलिस बंब की एक अफवाह थी।
जिसके बाद वहां मौजूद सभी ने राहत की सांस ली। वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि बम की सूचना के साथ यह भी कहा गया था कि वहां बीके अस्पताल में मौजूद एक डॉक्टर को बम से मारने है। जिसके बाद जब उस डॉक्टर के बारे में जानकारी प्राप्त की गई , तो पता चला कि वह डॉक्टर बीके अस्पताल से रिटायर हो चुका है।
लेकिन पुलिस ने ईमेल को सच्चाई के तौर पर मानकर अस्पताल में सतर्कता दिखाते हुए पूरी छानबीन की। लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार का कोई बम नहीं मिला। पुलिस अब ईमेल के जरिए उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जिसने यह मेल करा था। साइबर सेल के द्वारा जांच की जा रही है।
इस बारे में पीएमओ डॉ सविता यादव का कहना है कि उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। सुबह के समय पुलिस बल आया तो था। लेकिन उनको किस प्रकार की क्या जानकारी उपलब्ध हुई है। वह उनको सूचना नहीं है।
एनआईटी तीन नंबर चौकी के इंचार्ज एसआई सोहनपाल का कहना है उनको सूचना मिली थी। जिसके बाद उनकी टीम के द्वारा अस्पताल में जाकर जांच की गई । लेकिन बम से संबंधित कोई भी सामान बाबा उनको नहीं मिला