इंटर स्टेट चल रहे भ्रूण लिंग जांच का किया भंडाफोड़, दो डाक्टरों को किया गिरफ्तार

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फरीदाबाद के स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा इंटर स्टेट भ्रूण लिंग जांच और गर्भपात का काम करने वाले क्लीनिक का भंडाफोड़ किया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएमओ डाॅक्टर रणदीप सिंह पुनिया के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसमें डाॅ हरजिंदर, डॉ राखी, सीनियर ड्रग कंट्रोलर करण सिंह व एक फर्जी गर्भवती महिला को तैयार करके छापेमारी की योजना बनाई गई।

फरीदाबाद के सीएमओ डॉ रणदीप सिंह पुनिया को सूचना मिली थी कि गाजियाबाद के लोनी कस्बे में कृष्णा नर्सिंग होम में लिंग जांच व गर्भपात का काम किया जाता हैं। जिसके बाद उनके द्वारा टीम का गठन किया गया।

इंटर स्टेट चल रहे भ्रूण लिंग जांच का किया भंडाफोड़, दो डाक्टरों को किया गिरफ्तार

डॉ हरजिंदर सिंह ने बताया कि उनके द्वारा एक फर्जी गर्भवती महिलाओं को लिंग जांच के लिए दलाल सुभाष बंसल से संपर्क किया। सुभाष बंसल ने 15000 में लिंग की जांच के लिए मान गए। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा फर्जी गर्भवती महिला को लेकर गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर पर पहुंची।

जहां दलाल सुभाष बंसल पहले से ही स्कूटी लेकर खड़ा हुआ था। उसने फर्जी गर्भवती महिला को स्कूटी पर बैठा कर अकेले ही नर्सिंग होम लेकर चला गया। कृष्णा नर्सिंग होम पर फर्जी गर्भवती महिला के भ्रूण की लिंग जांच की गई। जांच करने के बाद सुभाष बंसल के द्वारा बताया गया कि गर्भवती महिला के पेट में लड़की हैं।

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सीएमओ डॉ रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि उनकी टीम के द्वारा पिछले 2 दिनों से लगातार छापेमारी की जा रही थी। लेकिन कोई सबूत हाथ नहीं लग रहे थे। जिसके चलते तीसरे दिन उनको सफलता मिली। नर्सिंग होम से तीन भ्रूण और अल्ट्रासाउंड मशीन बरामद हुई हैं । नर्सिंग होम के पास ना तो पीएनडीटी एक्ट के तहत रजिस्ट्रर है और ना ही अल्ट्रासाउंड मशीन का।

टीम के द्वारा छापेमारी में डॉक्टर सत्येंद्र और डॉक्टर पीके त्यागी को रंगे हाथों पकड़ा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा दोनों डॉक्टरों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। जबकि सुभाष बंसल जिसने फर्जी गर्भवती महिला का भ्रूण लिंग जांच करवाई थी। वह अभी फरार है।

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डॉक्टर हरजिंदर ने बताया यह लोग सोनीपत, गुड़गांव, रेवाड़ी, फरीदाबाद, पलवल व दिल्ली एनसीआर से महिलाओं को भ्रूण लिंग जांच के लिए कृष्णा नर्सिंग होम पर लेकर जाते हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी हैं ।


डॉक्टर हरजिंदर ने बताया लिंग जांच के बाद वह कोड के जरिए गर्भवती महिला को बताते हैं कि उसके पेट में जो बच्चा पल रहा है वह लड़का है या लड़की। अगर लड़का हुआ तो बोलते हैं मंडे हैं और अगर लड़की हुई तो बोलते हैं फ्राइडे है।

इसके अलावा वह यह भी बोलते हैं कि प्लस का मतलब लड़का और माइनस का मतलब लड़की। लेकिन इस मामले में फर्जी गर्भवती महिला को उन्होंने कहा कि जय माता रानी यानि महिला के गर्भ में लड़की पल रही थी। उन्होंने बताया कि वह कोड के जरिए ही लिंक जांच के बारे में बताते हैं। वह किसी प्रकार की कोई भी रिपोर्ट गर्भवती महिला को नहीं देते हैं।