पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को हुई लापरवाही से अभी भी फरीदाबाद शहर उभर पाने में नाकामयाब साबित हो रहा है। दरअसल, पिछले वर्ष 10 अक्टूबर यानी कि 2020 में फरीदाबाद का सर्वाधिक व्यस्त रहने वाले नीलम पुल के नीचे कबाड़ में आग लगने से पूल भी बुरी तरह से झुलस गया था। जिसके बाद से ही उक्त पूल को बंद पर मरम्मत कार्य किया जा रहा था।
वहीं पुल पर मरम्मत कार्य के दौरान एक लन को शुरू भी कर दिया गया था, जिसके चलते यातायात के साधनों से लगने वाले जाम पर कुछ हद तक नियंत्रण लगा ही था। अब प्रशासन द्वारा एक सप्ताह के लिए नीलम पर आवाजाही को अवरुद्ध कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक 15 फरवरी से 22 फरवरी तक नीलम पुल पर यातायात के वाहनों का आवागमन पूरी तरह अवरुद्ध रहेगा। जिससे पूरे फरीदाबाद का दृश्य देख मानो ऐसा लगा रहा है कि शहर हाईजेक की स्थिति से जूझ रहा हो।
सही मायने में देखा जाएगा तो ऐसा लग रहा है कि पूरा फरीदाबाद निगम की लेट लतीफी के चलते परेशानी की भेंट चढ़ गया है। सुबह से शाम तक पूरा शहर जाम से पटा हुआ दिखाई देता है।
बदलते मौसम के साथ अब धूप भी अपनी तपिश से लोगों को जला रहा है। ऐसे में घंटों जाम की स्थिति से जूझ रहा आमजन प्रशासन को कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।
वही आज मंगलवार को शादी का शुभ मुहूर्त भी निकला हुआ था ऐसे में रात को निकलने वाली बारात भी किस कदर प्रभावित हो सकती हैं इसका अंदाजा दिन में ही लगने वाले जाम के दृश्य को देखकर लगाया जा सकता है।
वहीं पुलिस प्रशासन की बात करें तो करीबन 50 पुलिसकर्मी बाटा फ्लाईओवर से लेकर ओल्ड फ्लाईओवर तक तैनात किए गए हैं ताकि जाम से उत्पन्न होने वाली पर इसके पर काबू पाया जा सके। मगर यहां प्रश्न उठता है कि आखिर कब तक प्रशासन और निगम की लापरवाही का खामियाजा आमजन को परेशान होकर भुगतना पड़ेगा?