अगर आपके पास भी 10 वर्ष पुराने डीजल व 15 वर्ष पुराने पेट्रोल के वाहन है तो अब उन्हें चलने नही दिया जाएगा। यातायात पुलिस ने इस दिशा में एक बार फिर से सख्ती बरतनी शुरू कर दी है और अब अगर ऐसे वाहन सड़क पर नजर आते है तो पुलिस उन्हे अपने कब्जे में ले लेती है।
दरअसल, डीसीपी यातायात सुरेश कुमार के निर्देश पर यातायात थाना प्रभारी राजीव के नेतृत्व में यह अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस जगह-जगह चौराहों पर ऐसे वाहनों के दस्तावेजों की जांच कर उन्हें अपने कब्जे में ले रही है, जिनकी मियाद खत्म हो चुकी है और अभी भी ऐसे वाहनों को सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है। इससे जहां सड़क हादसा होने की आशंका बनी रहती है, वहीं प्रदूषण को भी बढ़ावा मिलता है। इसी के मद्देनजर जिलें में भी ऐसे वाहनों पर कार्यवाही की जा रही है। अभी तक करीब चार ऑटो व एक जुगाड़ समेत आठ वाहन बरामद किए हैं।
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह के आदेश पर इस साल जनवरी से पुराने वाहनों की धरपकड़ शुरू की गई है। इसके तहत अब 35 वाहन बरामद किए गए हैं। इनमें 10 जुगाड़, 7 ऑटो, 2 कार व 16 बाइक बरामद की गई हैं। पिछले तीन दिनों में पुलिस ने 4 ऑटो पल्ला सेहतपुर इलाके से, एक जुगाड़ एनआईटी के अनखीर इलाके से बरामद किया गया है।
यातायात थाना प्रभारी राजीव ने चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी हैं कि वे किसी भी तरह पुराने वाहनों को सड़क पर नहीं दौड़ने दें, जो भी वाहन उनकी नजर में आए, उसके कागजात जांच करने के बाद मियाद खत्म मिलने पर जब्त किए जाएं।
वही जिले भर में लोगों को यातायात के नियमों से जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। अभियान में वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पूरी तरह पालन करें। ऐसा करने से जहां सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी, अपितु सफर करने वाला हर व्यक्ति सुरक्षित रहेगा।