स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए नगर निगम द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्रयास में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित करना भी शामिल है। नगर निगम इकोग्रीन के कर्मचारी एक साथ मिलकर लोगों को घर घर जाकर गीला और सूखा कचरा अलग-अलग डालने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। लोग तो इस बात को समझ गए हैं परंतु नगर निगम इस बात को नहीं समझ पाया है।
दरअसल, नगर निगम इकोग्रीन के कर्मचारी जगह-जगह जाकर लोगों को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग डालने के लिए प्रेरित कर रहे हैं लेकिन नगर निगम इकोग्रीन के कर्मचारी खुद ही जिले में सूखे कचरे को एक साथ मिला देते हैं। जानकारी के अनुसार लोग गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग डालते हैं परंतु जब इनका निपटारा करने के लिए ट्रांसफर स्टेशन ले जाया जाता है वहां पर गीले और सूखे कचरे को मिक्स कर दिया जाता है। उसके बाद कचरे को बंधवाड़ी ट्रीटमेंट प्लांट तक ट्रकों में भरकर ले जाया जाता है।
एक तरह से देखा जाए तो नगर निगम और इकोग्रीन की लोगों को जागरूक करने की मुहिम सुनने स्तर पर है। वही आपको बता दें स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में गीले और सूखे कचरे के निपटारे के लिए अलग से नंबर दिए जाएंगे जिसको लेकर ही नगर निगम व इकोग्रीन लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है। वही इकोग्रीन ने अपनी गाड़ियों में पार्टीशन लगा रखी है ताकि गीला और सूखा कचरा अलग-अलग इकट्ठा किया जा सके परंतु ट्रांसफर स्टेशन पर जाकर कचरे को मिला दिया जाता है। वही आपको बता दें शहर से लगभग 800 टन कूड़ा प्रतिदिन इकट्ठा किया जाता है जिसमें से 100 टन कूड़ा अलग-अलग उठाया जा रहा है परंतु इकोग्रीन की गाड़ियां इन्हें स्टेशन पर मिक्स कर देती हैं।
ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि नगर निगम का जागरूकता अभियान का क्या अर्थ निकल रहा है।